राष्ट्रीय

प्राचीन भारत में भी थी परिक्रमा पर्यटन की अवधारणा : मोदी

हरिद्वार, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि परिक्रमा स्थल पर्यटन की आधुनिक अवधारणा प्राचीन भारत में आध्यात्मिक यात्रा के रूप में मौजूद थी। हरिद्वार आने वाले हजारों तीर्थयात्रियों के लिए उमिया धाम आश्रम का उद्घाटन करते हुए मोदी ने यह बात कही। इस आश्रम को श्रद्धालुओं को समर्पित करते हुए मोदी ने कहा, यात्रा का विचार हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग है। यात्रा के माध्यम से, हम देश के विभिन्न हिस्सों से परिचित होते हैं जो हम कभी नहीं देख सकते हैं। परिक्रमा पर्यटन की अवधारणा हमारी संस्कृति में हजारों साल पहले से एक आध्यात्मिक परंपरा के रूप में मौजूद थी।

मोदी ने कहा कि आश्रम हरिद्वार आने वाले कई तीर्थयात्रियों को लाभ पहुंचाएगा और मां उमिया के भक्तों द्वारा किए जाने वाले काम की सराहना करेगा।

उन्होंने कहा कि भारत में आध्यात्मिक संस्थान हमेशा सामाजिक सुधार के केंद्र में रहे। प्रधानमंत्री ने देवताओं के सभी भक्तों से अपील की है कि वह स्वच्छता के स्वयंसेवक बनें और स्वच्छ भारत मिशन को मजबूती दें।

मोदी ने कहा, मैं मां उमिया के सभी भक्तों से अपील करता हूं कि वे स्वच्छ भारत मिशन के लिए स्वच्छग्रही बनें।

उन्होंने कहा कि मां उमिया के श्रद्धालुओं द्वारा किए गए काम ने कई लोगों के जीवन को छुआ और साथ ही उन्होंने उल्लेख किया कि कैसे वे लिंग समानता के बारे में जागरूकता फैलाने में शामिल थे।

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