मप्र के सभी 378 नगरीय निकाय खुले में शौच से मुक्त
भोपाल, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)| मध्यप्रदेश के सभी 378 नगरीय निकायों के खुले में शौच से मुक्त होने का सरकार ने दावा किया है। राज्य की नगरीय विकास मंत्री माया सिंह ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता और आम लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया है। माया सिंह ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में वर्ष 2018 तक मध्यप्रदेश राज्य खुले में शौच से पूर्ण रूप से मुक्ति पा लेगा। स्वच्छता अभियान से लोगों की मानसिकता में परिवर्तन आया है, लोग अपने गांव और शहरों को स्वच्छ रखने के लिए प्रेरित हुए हैं, शौचालय का उपयोग करने की मानसिकता विकसित हुई है।
नगरीय विकास मंत्री ने आगे कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण में भारत के सौ शहरों में राज्य के 22 शहरों का चुना जाना प्रदेश के लिए गौरव की बात है। सभी नगरीय क्षेत्रों में अभी तक 4 लाख 80 हजार व्यक्तिगत शौचालय बनवाए गए हैं। इस वित्तवर्ष में लगभग दो लाख व्यक्तिगत शौचालय निर्माण का लक्ष्य है।
उल्लेखनीय है कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के सफल क्रियान्वयन के लिए राज्य सरकार द्वारा निकायों को 20 प्रतिशत अनुदान तथा 30 प्रतिशत तक राशि पांच प्रतिशत ब्याज पर ऋण दिए जाने का प्रावधान है। साथ ही व्यक्तिगत शौचालय के लिए हितग्राही को 6,880 रुपये तथा सामुदायिक और सार्वजनिक शौचालय के लिए निकाय को 32 हजार 500 रुपये प्रति सीट का अनुदान दिया जाता है।