रायपुर में पत्रकारों ने निकाला शांति मार्च
रायपुर, 2 अक्टूबर (आईएएनएस/वीएनएस)। छत्तीसगढ़ में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर रायपुर प्रेस क्लब ने सोमवार को शांति मार्च निकाला।
इस रैली के जरिए पत्रकारों के कार्य में प्रशासन के हस्तक्षेप का पुरजोर विरोध किया गया। साथ ही जगदलपुर के पत्रकार को ‘गोली मारने के आदेश’ वाली ऑडियो क्लिप की जांच की मांग को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा गया। (19:51)
एक ऑडियो क्लिप सामने आई है, जिसमें एक स्थानीय पत्रकार को गोली मारने के आदेश दिया जा रहा है। यह ऑडियो वायरलेस पर दिए गए आदेश की रिकार्डिग है। इस ऑडियो के वायरल होने के बाद रायपुर प्रेस क्लब ने इसकी जमकर निंदा की।
जगदलपुर विभाग से जारी हुए इस ऑडियो क्लिप के विरोध में रायपुर प्रेस क्लब ने शांति मार्च निकाला। मार्च को रायपुर प्रेस क्लब से नलघर, ओसीएम चौक, आकाशवाणी चौक से होते हुए सिविल लाइन तक ले जाया गया। छत्तीसगढ़ के विभिन्न पत्रकार संघों ने एकजुट होकर इस विरोध प्रदर्शन का समर्थन किया।
प्रेस क्लब के अध्यक्ष के.के. शर्मा ने इसे गंभीर मामला बताते हुए कहा, जगदलपुर से जारी हुए इस ऑडियो से साबित होता है कि प्रदेश में पत्रकार सुरक्षित नहीं हैं। जब तक इस ऑडियो की जांच नहीं होगी, तब तक रायपुर प्रेस क्लब चुप नहीं बैठेगा।
विरोध रैली में प्रेस क्लब के महासचिव सुकांत राजपूत, उपाध्यक्ष सुखनंदन बंजारे, सहसचिव प्रफुल्ल ठाकुर, ममता लांजेवार, वरिष्ठ पत्रकार रमेश नैयर, आसिफ इकबाल, ताहिर हैदरी, बृजेश चौबे, आर.पी. सिंह, नीरज तिवारी, गोविंद लाल वोरा, मृगेंद्र पांडे सहित अन्य पत्रकार शामिल थे।