राष्ट्रीय

मोदी सामाजिक मुद्दों पर लोगों को न बांटें : वीरभद्र

शिमला, 1 अक्टूबर (आईएएनएस)| हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सम्मान करते हैं, लेकिन उन्हें सामाजिक एवं अन्य मुद्दों पर लोगों को बांटने का प्रयास नहीं करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि आज स्थिति यह है कि गुजरात में ही प्रधानमंत्री को कड़े विरोध का सामना करना पड़ रहा है और उनका ग्राफ तेजी से गिर रहा है। वीरभद्र ने रविवार को कांगड़ा जिले के जसवां-परागपुर विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत डाडा-सीबा में एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि जीएसटी के कारण लोगों में भ्रम की स्थिति है और विशेषकर व्यापारी वर्ग सर्वाधिक भ्रमित है।

उन्होंने कहा कि पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा ने भी आर्थिक विकास दर में गिरावट और रोजगार के अवसर सृजित करने में नाकाम रहने पर मोदी सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, काला धन पर नकेल कसने के लिए विमुद्रीकरण का फैसला जल्दबाजी में लिया गया, जिसके गम्भीर परिणाम सामने आए हैं। देश की जनता यह भली-भांति समझ चुकी है कि विकास के नाम पर राजग सरकार ने झूठे दावे किए।

मुख्यमंत्री ने हैरानी व्यक्ति की कि आयकर से सम्बन्धित उनके एक मामले की जांच केन्द्र सरकार की तीन-तीन एजेंसियों के माध्यम से करवाई जा रही है।

वीरभद्र ने कहा, शिक्षा एवं स्वास्थ्य क्षेत्रों में हिमाचल में क्रान्तिकारी बदलाव हुए हैं तथा शत-प्रतिशत विद्युतीकरण का लक्ष्य भी हासिल किया गया है। प्रदेश सरकार ने बिलासपुर जिले में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान स्थापित करने के लिए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की आवश्यकता के अनुरूप भूमि उपलब्ध करवाई है। राज्य में स्वास्थ्य अधोसंरचना को सुढ़ करने के लिए लगभग 230 नए स्वास्थ्य संस्थान खोले गए या स्तरोन्नत किए गए हैं।

उन्होंने कहा, इसके अतिरिक्त चम्बा व नाहन में 100-100 एमबीबीएस सीटों के प्रावधान के साथ नए मेडिकल कॉलेज आरम्भ किए गए हैं, जबकि हमीरपुर में मेडिकल कॉलेज शीघ्र खोलने के प्रयास जारी हैं। इसी तरह प्रदेश सरकार ने मंडी जिले के नेर चौक में ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज को भी अपने नियंत्रण में लेकर इसे कार्यशील बनाया है।

मुख्यमंत्री ने इससे पूर्व राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सलेटी के अतिरिक्त भवन की आधारशिला रखी। उन्होंने सलेटी खड्ड, पुनणी-1 व पुनणी-2, तुतरू खड्ड पर बनाए गए पुलों का उद्घाटन किया, जिनका निर्माण 2.75 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है।

उन्होंने गरली में 3.14 करोड़ रुपये की लागत से तैयार बालिका आश्रम लोकार्पित किया, जिसमें 72 बच्चों के रहने की व्यवस्था है।

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