मप्र के 1160 हृदय रोगी बच्चों को मिला नया जीवन
भोपाल, 20 सितंबर (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश में केंद्र सरकार के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत चलाए जा रहे राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के जरिए बीते पांच माह में हृदय रोग पीड़ित 1160 बच्चों को शल्य क्रिया से नया जीवन मिला है।
आरबीएसके के उप संचालक डॉ. विनय कुमार दुबे ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में हृदय रोग से पीड़ित शून्य से 18 वर्ष के सभी चिन्हांकित बच्चों का उपचार मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना के तहत कराया जा रहा है। योजना में हृदय रोग के प्रदेश के 20 मान्यता प्राप्त चिकित्सा संस्थानों एवं प्रदेश के बाहर के 22 जिला संस्थानों से अनुबंध है।
वर्ष 2016-17 में योजना के तहत विभिन्न संस्थानों में 2833 बच्चों और 2017-18 के अगस्त माह तक 1160 बच्चों की हृदय रोग की सर्जरी कराई जा चुकी है।
दुबे के मुताबिक, नारायणा हृदयालय के चिकित्सा संस्थान बैंगलुरु, जयपुर और अहमदाबाद हृदय रोग के गंभीर बच्चों की शल्य क्रिया के लिए मध्यप्रदेश शासन से अनुबंधित है। यहां गंभीर हृदय रोग से ग्रस्त बच्चों की सर्जरी कराई जाती है। इन संस्थानों में पिछले एक वर्ष में हृदय रोग के 151 बच्चों की सर्जरी करवाई गई।