हसीना मंगलवार को रोहिंग्या शरणार्थी शिविर का दौरा करेंगी
ढाका, 10 सितम्बर (आईएएनएस)| बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना मंगलवार को देश के दक्षिण पश्चिमी क्षेत्र में स्थित रोहिंग्या शरणार्थी शिविर का दौरा करेंगी।
एक अधिकारी ने यह बताया और कहा कि सरकार ने कोक्स बाजार क्षेत्र में 2000 एकड़ की जंगल जमीन म्यांमार में फैली हिंसा के बाद यहां भागकर आए रोहिंग्या मुस्लिमों के रहने के लिए आवंटित की है।
प्रधानमंत्री के उप प्रेस सचिव अशरफुल आलम ने रविवार को बीडीन्यूज24 को बताया कि हसीना कोक्स बाजार स्थित कुटापालांग शिविर का दौरा करेंगी।
ढाका ट्रिब्यूनल की रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश सरकार ने रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए बायोमेट्रिक डाटाबेस तैयार करने की योजना बनाई है।
आपाद प्रबंधन और राहत मंत्रालय के सचिव शाह कमल ने रोहिग्या शिविरों के दौरे के दौरान बताया, रोहिंग्या की संख्या दिनोदिन बढ़ती जा रही है और वे विभिन्न जगहों पर रह रहें हैं। इसलिए हमें उन्हें एक ही जगह पर रखने की जरूरत है।
एक अधिकारी ने बताया,पासपोर्ट निदेशालय को रोहिंग्या समुदाय के नाम, फोटो और अंगुली के निशान लेने के निर्देश दिए गए हैं।
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक,म्यांमार से सीमा पार कर आए रोहिंग्या मुस्लिमों की संख्या 290,000 है और पिछले दो सप्ताह के दौरान कॉक्स क्षेत्र में रोहिंग्या मुस्लिमों की संख्या तिगुनी हो गई है।
पिछले कुछ दशकों में पांच लाख से ज्यादा शरणार्थी म्यांमार में हिंसा की वजह से यहां आए हैं। ये लोग सीमावर्ती कोक्स बाजार में दो अधिकृत शिविर और अस्थायी बस्तियों में रह रहें हैं।
बीडीन्यूज24 की रिपोर्ट के अनुसार, म्यांमार रोहिंग्या लोगों को अपना नागरिक नहीं मानता है और ना ही इन शरणार्थियों को वापस बुलाने के बांग्लादेश के आग्रह को मानता है।
म्यांमार में ताजा हिंसा के मद्देनजर कम से कम तीन लाख रोहिंग्या मुस्लिम सीमा पार कर बांग्लादेश आए हैं और म्यांमार अधिकारियों के मुताबिक इस हिंसा में अबतक कम से कम 400 लोग मारे गए हैं।
बांग्लादेश ने रोहिंग्या मुस्लिमों के लिए सहायता समूह के साथ मिलकर एक ‘सुरक्षित क्षेत्र’ बनाने का प्रस्ताव दिया था। ढाका ने इससे पहले म्यांमार सेना के साथ मिलकर सीमा पर आतंकवादियों के खिलाफ संयुक्त अभियान चलाने का भी प्रस्ताव दिया था जिसपर म्यांमार ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी।