मैं और सिक्की सही रास्ते पर हैं : अश्विनी पोनप्पा
नई दिल्ली, 6 सितम्बर (आईएएनएस)| अंतर्राष्ट्रीय बैडमिंटन में भारत की युगल वर्ग में असफलता जगजाहिर है, लेकिन महिला युगल खिलाड़ी अश्विनी पोनप्पा को विश्वास है कि वह अपनी जोड़ीदार एन. सिक्की रेड्डी के साथ मिलकर इस स्थिति को बदल देंगी और सफलता हासिल करेंगी।
अश्विनी और सिक्की की जोड़ी विश्व चैम्पियनशिप के दूसरे दौर में डेनमार्क की कामिला रयतर जुहल और क्रिस्टिना प्रेडेसन की जोड़ी से हुए मुकाबले में हार गई थीं। अश्विनी का मानना है कि नए जोड़ीदार के साथ तालमेल बिठाने में समय लगता है।
अश्विनी इससे पहले ज्वाला गुट्टा के साथ महिला युगल में खेलती थीं। दोनों ने मिलकर भारत को कई सफलताएं दिलाईं थीं।
अश्विनी ने आईएएनएस से कहा, सिक्की और मुझे एक साथ खेलते हुए आठ महीने हो गए हैं और इन आठ महीनों में हमने अन्य जोड़ियों की ही तरह कई बार अच्छा प्रदर्शन किया है और कई बार बुरा प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा, एक नई जोड़ी होने के नाते मैं कहूंगी कि हमने अच्छा प्रदर्शन किया है और हम सही रास्ते पर हैं।
अश्विनी (27) और ज्वाला (33) ने भारत को राष्ट्रमंडल खेल 2010 में कांस्य पदक दिलाया था। साथ ही यह जोड़ी 2011 में विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीतने में सफल रही थी। लेकिन, जब से इन दोनों ने अपनी जोड़ी तोड़ी है, भारत को महिला युगल में निराशा हाथ लगी है।
अश्विनी ने कहा, कुछ नए युगल खिलाड़ी हैं जो अच्छे हैं। उनमें से काफी लोग नए हैं, लेकिन उनके पास अनुभव नहीं है। अच्छा होगा कि उन्हें कुछ समय दिया जाए क्योंकि युगल खिलाड़ी होना उस देश में आसान नहीं है, जहां युगल मुकाबलों पर शुरुआत में ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता।
उन्होंने कहा, कई खिलाड़ी अपनी युवा अवस्था निकल जाने के बाद युगल वर्ग में ध्यान देते हैं, जिससे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उन खिलाड़ियों के सामने प्रदर्शन करना मुश्किल हो जाता है जो युगल वर्ग में खेलकर बड़े हुए हैं।
महिला युगल के अलावा अश्विनी मिश्रित युगल में भी खेलती हैं। वह हाल ही में बी. सुमिथ रेड्डी के साथ विश्व चैम्पियनशिप के दूसरे दौर में हार गइर्ं थीं।
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह मिश्रित युगल में सुमिथ के साथ बनी रहेंगी तो उन्होंने कहा कि वह आने वाले टूर्नामेंट में सात्विक साईराज रंकीरेड्डी के साथ कोर्ट पर उतरेंगी।