अल्फोंस मोदी मंत्रिमंडल में, केरल के वरिष्ठ भाजपा नेता दरकिनार
तिरुवनंतपुरम, 3 सितम्बर (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को हुए मंत्रिमंडल विस्तार में पूर्व नौकरशाह के.जे.अल्फोंस को जगह दी, जिससे भाजपा से लंबे समय से जुड़े नेता नाराज हैं।
तिरुवनंतपुरम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यालय रविवार को उस समय सुनसान दिखा, जब अल्फोंस ने मंत्री पद की शपथ ली। मोदी सरकार के तीन साल के कार्यालय में पहली बार केरल से किसी को मंत्रिमंडल में जगह मिली है।
अल्फोंस के गृहनगर कोट्टायम जिले के मणिमाला में जश्न का माहौल रहा।
केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह पाने वाले अल्फोंस केरल से भाजपा के दूसरे नेता हैं। इससे पहले 1994-2004 के दौरान अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में ओ. राजगोपाल को राज्यमंत्री बनाया गया था।
राजगोपाल मध्य प्रदेश से दो बार राज्यसभा में पहुंचे।
अल्फोंस भाजपा में बीते छह वर्षो से ही हैं। वह 2011 में भाजपा में शामिल हुए थे। वह इससे पहले केरल में वाम लोकतांत्रिक मोर्चा से जुड़े हुए थे।
हालांकि, अल्फोंस केरल भाजपा में अग्रिम पंक्ति के नेता नहीं हैं। लेकिन वह दिल्ली में जाना-पहचाना नाम हैं। उन्होंने दिल्ली विकास प्राधिकरण में आयुक्त के तौर पर 14,310 अवैध इमारतों को गिराने के लिए ‘डेमोलिशन मैन’ के रूप में जाना जाता है। उस समय उनकी पत्नी और बच्चों पर हमला हुआ था, फिर भी वह अपने फैसले पर अडिग रहे।
जब से मोदी मंत्रिमंडल में फेरबदल और विस्तार की खबरें मीडिया में आई हैं, केरल से जिन नामों को मंत्रिमंडल में शामिल करने की चर्चा चल रही थी, उनमें अभिनेता से नेता बने राज्यसभा सांसद सुरेश गोपी, राज्य भाजपा अध्यक्ष कुम्मानेम राजशेखरन और भाजपा के पूर्व राज्य अध्यक्ष वी.मुरलीधरन शामिल थे।
पार्टी और मीडिया में अल्फोंस के नाम की चर्चा भी नहीं थी।
मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने अल्फोंस को मंत्रिमंडल में क्यों लिया, इसका एक कारण यह हो सकता है कि इसके जरिए, गुटबाजी के शिकार राज्य भाजपा नेतृत्व को चेतावनी दी गई है कि वाममोर्चा और कांग्रेस से टक्कर लेने के लिए उन्हें मिलकर काम करने की जरूरत है।
राजशेखरन ने जारी एक बयान में कहा, अल्फोंस वाममोर्चा और कांग्रेस के भ्रष्ट तरीकों से तंग आकर भाजपा में शामिल हुए। केरल के लिए ओणम का तोहफा है।
कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि केरल भाजपा से कोई भी नेता अल्फोंस के मंत्री बनने पर खुश है।
कुछ लोगों का कहना है कि अल्फोंस को केरल में ईसाई समुदाय को खुश करने के लिए मंत्रिमंडल में जगह दी गई है।