सीबीआई ने अगस्तावेस्टलैंड मामले में आरोप-पत्र दाखिल किए
नई दिल्ली, 1 सितम्बर (आईएएनएस)| सीबीआई ने 3,600 करोड़ रुपये के अगस्तावेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर मामले में पूर्व वायुसेना प्रमुख एस.पी. त्यागी और नौ अन्य लोगों के खिलाफ शुक्रवार को एक आरोप-पत्र दाखिल किया।
एजेंसी केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के विशेष न्यायाधीश, अरविंद कुमार के समक्ष आरोप-पत्र दाखिल किया।
त्यागी के चचेरे भाई संजीव उर्फ जूली और वकील गौतम खेतान के नाम भी आरोप-पत्र में शामिल हैं। आरोप-पत्र में खेतान को इस सौदे के पीछे का सूत्रधार बताया गया है।
एक अधिकारी ने कहा, आरोप-पत्र में इस बारे में जानकारी शामिल है कि रिश्वत राशि भारत कैसे पहुंची, जिन कंपनियों के जरिए पैसा पहुंचाया गया, वे अस्तित्व में कैसे आईं। इसके साथ ही संजीव यूरोप के जिस कथित बिचौलिए कार्लो गेरोसा को जानता था, उसका नाम आरोप-पत्र में शामिल है।
त्यागी, उनके भाई संजीव और खेतान ब्रिटेन स्थित अगस्तावेस्टलैंड से 12 एडब्ल्यू-101 वीवीआईपी हेलीकॉप्टर खरीदने में हुई अनियमितता में कथित तौर पर लिप्त थे। इन सभी को पिछले वर्ष दिसंबर में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। त्यागी 2004 से 2007 तक वायुसेना प्रमुख थे।
सीबीआई ने 12 मार्च, 2013 को मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की थी। एजेंसी ने आरोप लगाया है कि त्यागी और अन्य आरोपियों ने अगस्तावेस्टलैंड से रिश्वत ली थी और 53 करोड़ डॉलर का ठेका हासिल करने में कंपनी की मदद की थी। प्राथमिकी में आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार निवारक अधिनियम के तहत आरोप लगाए गए थे।
ये 12 हेलीकॉप्टर भारतीय वायुसेना के कम्युनिकेशन स्क्वोड्रन के लिए थे, जिनका इस्तेमाल राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और अन्य वीवीआईपी को ढोने में किया जाना था।
सीबीआई ने कहा कि विभिन्न कंपनियों के जरिए कंसल्टेंसी के नाम पर स्वीकार की गई अवैध धनराशि के एवज में कंपनी की मदद की गई।