पर्यावरण तकनीक मेला मुंबई में 26 सितंबर से
नई दिल्ली, 1 सितम्बर (आईएएनएस)| पर्यावरण से जुड़ी तकनीकों पर तीन दिवसीय प्रदर्शनी सह मेला आईएफएटी इंडिया-2017 मुंबई में 26 सितंबर से शुरू होगा। मेले में वायू प्रदूषण, ठोस कचरा प्रबन्धन और शहरी जल प्रबन्धन जैसे मुद्दों पर प्रकाश डाला जाएगा और जल, सीवेज, कचरा और रीसाइक्लिंग से जुड़ी समस्याओं का हल पेश किया जाएगा। ट्रेड शो के प्रोमोशनल टूर के तहत शुक्रवार को दिल्ली में इस विषय पर चर्चा सत्र आयोजित किया गया जिसमें पर्यावरण से जुड़े विभिन्न मुद्दों के बारे में जागरूकता पैदा किया गया। ट्रेड शो के प्रोमोशनल टूर के तहत हैदराबाद और अहमदाबाद में इसी तरह का चर्चा सत्र आयोजित किया गया है।
आईएफएटी इंडिया मेले में जल निष्कर्षण एवं उपचार, सीवेज उपचार, जल वितरण, कूड़े का निपटान और पुन: चक्रीकरण, व्यर्थ पदार्थो से ऊर्जा उत्पादन, उर्जा प्रभावी तकनीकें, जल प्रदूषण के समाधान, पुरानी साइट्स का शोधन, मिट्टी का उपचार क्षेत्रों को कवर किया जाएगा। मेले में नगरपालिकाओं, प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड, जल बोर्ड आदि के लिए समाधानों की व्यापक रेंज प्रस्तुत की जाएगी।
मेले के आयोजक मैस्से म्युनशेन इंडिया के सीईओ भुपिन्दर सिंह ने कहा, नई दिल्ली प्रोमोशनल टूर के लिए महत्वपूर्ण स्थान है। हम क्षेत्र से जुड़े सभी निवेशकों, नीति निर्माताओं तथा पर्यावरण समुदाय को आमंत्रित करते हैं कि सितंबर में मुंबई में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लें। आईएफएटी में प्रदर्शित की जाने वाली तकनीकें और समाधान विशेष रूप से भारतीय बाजार के लिए तैयार किए गए हैं तथा उत्तरी भारत के लिए भी महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार नई दिल्ली भारत के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में शुमार है। यह पर्यावरण प्रदूषण, अपर्याप्त जल आपूर्ति तथा ठोस व्यर्थ यानि बड़ी मात्रा में कूड़े जैसी समस्याओं से जूझ रहा है। ऐसे में इस तरह के मेले के जरिये जागरूकता महत्वपूर्ण है।
आईएफएटी इंडिया 2017 एक तीन दिवसीय शो है जिसमें 18 देशों से 170 से अधिक प्रतिभागियों के हिस्सा लेने की संभावना है। कार्यक्रम में शिरकत करने वाले दिग्गजों में एल एण्ड टी, आयन एक्सचेंज, रैम्की, एक्सेप्टेन्स ग्रुप, एंड्रैसहॉसर, एक्सेल, किरलोस्कर ब्रदर्स, किशोर पम्पस, टाटा प्रोजेक्ट्स, विलो, सीमेन्स, लैनजैस, एस्ट्रल पॉली, जायलम, सीआरआई पम्प्स, एलजी कैम, विप्रो वॉटर शामिल होंगे। इस साल चीन, जर्मनी, ऑस्ट्रिया और स्विट्जरलैंड के मंडप शामिल होंगे।
आईएफएटी इंडिया टीईआरआई के सहयोग से पर्यावरण तकनीकों पर आधारित सम्मेलन भी आयोजित करेगा, जिसमें स्थायी विकास के संदर्भ में वायू प्रदूषण, ठोस व्यर्थ प्रबन्धन और शहरी जल प्रबन्धन जैसे मुद्दों पर प्रकाश डाला जाएगा।