राष्ट्रीय

मप्र में बांधों का जलस्तर काफी नीचे

भोपाल, 29 अगस्त (आईएएनएस)| मध्यप्रदेश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से कम बारिश होने से जहां एक ओर सूखा का संकट मंडराने लगा है, तो दूसरी ओर राज्य के 17 बांध अब भी अपने उच्चतम जलस्तर को हासिल नहीं कर पाए हैं। इन बांधों का जलस्तर तीन से 15 क्यूबिक मीटर तक खाली है। जल संसाधन विभाग की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, राज्य में 726 मिली मीटर सामान्य वर्षा है, मगर अभी तक 580 मिली मीटर ही बारिश हुई है। इससे राज्य में गर्मी और उमस का असर बना हुआ है, वहीं फसलों पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है। वहीं राज्य के प्रमुख बांध भी उच्चतम स्तर तक नहीं भर पाए हैं।

आधिकारिक ब्यौरे के मुताबिक, राज्य के 17 बांधों का जलस्तर अपने उच्चतम स्तर से नीचे बना हुआ है। जबलपुर का बरगी बांध का जलस्तर चार क्यूबिक मीटर, होशंगाबाद का तवा बांध सात मीटर, रायसेन का बारना बांध तीन मीटर, खंडवा का इंदिरा सागर बांध 11 मीटर, ओंकारेष्वर बांध छह मीटर, शहडोल का बाणसागर बांध तीन मीटर, सिवनी का संजय सरोवर आठ मीटर अपने उच्चतम स्तर से नीचे है।

इसी तरह बालाघाट के राजीव सागर का जलस्तर आठ क्यूबिक मीटर, मंदसौर के गांधी सागर का चार मीटर, शिवपुरी के मनीखेड़ा बांध का 15 मीटर, गुना के गोपीकृष्ण बांध का पांच मीटर, झाबुआ के माही बांध का चार मीटर, विदिशा के हलाली बांध का तीन मीटर, सीहोर के कोलार बांध का 11 मीटर, भोपाल के केरवा बांध दो मीटर, ललितपुर का राजघाट छह मीटर और छिंदवाड़ा का पेंच बांध चार मीटर उच्चतम स्तर से कम है।

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