दीमक ने मचाया ऐसा आतंक की खाली हो गया पूरा गांव
देहरादून। उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिला के एक गांव पर दीमकों ने ऐसा धावा बोला कि देखते ही देखते पूरा गाँव खाली हो गया।
दीमकों के संक्रमण की यह समस्या इतनी गंभीर है कि इस वजह से कई परिवारों ने अपने घर को छोड़ दिया है।
लाम्बड़ी गांव में जो लोग यहां बचे हैं, वे फर्नीचर की मरम्मत कराने या नए फर्नीचर को खरीदने के लिए पैसे खर्च करने पर मजबूर हैं।
वहीं गांव के घरों की छतों पर भी दीमकों ने धावा बोल रखा है। खबरों के मुताबिक गांव की रहने वाली पुष्पा देवी ने अपने घर के मुख्य दरवाजे दिखाते हुए कहा कि दीमकों ने सब बर्बाद कर डाला है।
वहीं विशेषज्ञों के अनुसार, जंगलों के काटने और घर या फर्नीचर बनाने में इस्तेमाल होने वाली लकड़ी की कुछ खास किस्मों के कारण ही दीमकों की यह समस्या हो रही है।
हालांकि, यह घटना अपने आप में अनोखी है और उसके लिए विस्तृत अध्ययन की जरूरत होगी।
वहीं, कुमाऊं यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर सीएस नेगी ने बताया कि दीमक मृत लकड़ी पर लगते हैं। इलाके में हुई वनों की कटाई का परीक्षण भी करना होगा।
वैज्ञानिकों की टीम भी यहां का दौरा कर चुकी हैं, लेकिन दीमक की समस्या का कोई स्थायी हल नहीं निकला।
विशेषज्ञों ने यहां पर दीमकों को भगाने के लिए केले के पेड़ों को लगाने का उपाय भी बताया, लेकिन वह भी अस्थाई ही साबित हुआ है।