डीएमके ने राज्यपाल से सदन में तुरंत बहुमत परीक्षण कराने की मांग की
चेन्नई, 27 अगस्त (आईएएनएस)| डीएमके की अगुवाई वाले विपक्ष ने रविवार को तमिलनाडु के राज्यपाल सी. विद्यासागर राव से मुख्यमंत्री के.पलनीस्वामी से अपनी सरकार का बहुमत विधानसभा में अविलंब साबित करने का आदेश दिए जाने की गुजारिश की।
यह घटनाक्रम एआईएडीएमके के दो गुटों द्वारा जेल में बंद पार्टी महासचिव वी.के. शशिकला व उनके भतीजे टी.टी.वी. दिनाकरन को दरकिनार कर विलय करने के एक हफ्ते बाद सामने आया है। एआईएडीएमके के तीसरे गुट की अगुवाई दिनाकरन कर रहे हैं। दिनाकरन के साथ 19 विधायक हैं। इन विधायकों ने इस हफ्ते की शुरुआत में राज्यपाल से मुलाकात की थी और मुख्यमंत्री को हटाए जाने की मांग की थी। विधायकों का कहना है कि मुख्यमंत्री ने उनका विश्वास खो दिया है।
डीएमके के विधानसभा में उपनेता दुरई मुरुगन ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा कि उन्हें तुरंत सदन में बहुमत परीक्षण का आदेश देना चाहिए, क्योंकि पलनीस्वामी सरकार एआईएडीएमके के बागी विधायकों के समर्थन वापस लेने से अल्पमत में आ चुकी है। उन्होंने कहा कि अब बागी विधायकों की संख्या 22 हो गई है।
उन्होंने कहा, हमने राज्यपाल से कहा कि जब ओ. पन्नीरसेल्वम ने अपने 9 विधायकों का समर्थन फरवरी में वापस ले लिया तो आपने तुरंत विश्वास मत परीक्षण का आदेश दे दिया था। अब मौजूदा 233 के सदन में सरकार के विरोधियों की संख्या बढ़कर 120 हो गई है। इसमें डीएमके (89) और सहयोगी कांग्रेस (8) व मुस्लिम लीग (1) शामिल हैं।
डीएमके प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से कहा, यह मौजूदा स्थिति आप ही के द्वारा तय की गई मिसाल के तहत विधानसभा में तुरंत बहुमत परीक्षण की मांग करती है। उन्होंने इसी मांग के समर्थन में विपक्ष के नेता एम.के. स्टालिन का एक पत्र भी राज्यपात्र को सौंपा।
सामान्य बहुमत के लिए सत्तारूढ़ एआईएडीएमके को 117 विधायकों के समर्थन की जरूरत है और विपक्ष का कहना है कि यह संख्या 113 हो गई है।
मुरुगन ने कहा कि राज्यपाल ने उन लोगों से कहा कि वह राज्य के राजनीतिक घटनाक्रम से परिचित हैं और अब चूंकि डीएमके ने पत्र सौंपा है तो वह कानून के हिसाब से फैसला लेंगे।
इस बीच दिनाकरन ने थेनी में संवाददाताओं से कहा कि उनके समूह का प्रयास सरकार की ‘रक्षा’ करने का है, सरकार को तोड़ने का नहीं। यह बलिदान और धोखे के बीच की जंग है, बलिदान का प्रतिनिधित्व शशिकला कर रही हैं और धोखे का पलनीस्वामी।