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मुझे स्ट्रांग देखकर मर्दों की मर्दानगी को चोट लगती है : ईशा गुप्ता

मुंबई।  बॉलीवुड इनदिनों किसी न किसी मुसीबतों से घिरा ही रहता है और खासतौर से बॉलीवुड की अभिनेत्रियाँ।

अभी कुछ ही दिनों पहले जहां किसी ने दीपिका और आलिया की फेक पिक्स वायरल कर दी थी तो वही हालिया अपने बोल्ड फोटोशूट से चर्चा में आई ‘ईशा गुप्ता’ को सोशल मीडिया पर टोर्ल्स का शिकार बनना पड़ा था।

बता दें, कि अपने इस हॉट फोटोशूट की वजह से ईशा को कई भद्दे और घटिया कमेंट्स का सामना भी करना पड़ा था लेकिन अब ईशा गुप्ता ने ऐसी वाहियात फब्तियां कसने वाले लोगों को जमकर सबक सिखाया है। जिससे भविष्य में न सिर्फ एक्ट्रेस बल्कि आम औरतों लड़कियों पर भी ऐसे भद्दे कमेंट करने से पहले लोग 100 बार सोचेंगें ।

दरअसल, एक इंटरव्यू के दौरान जब ईशा गुप्ता से उनकी ब्रालेस तस्वीरों के बारें में पूछा गया तो उन्होने कहा- “मुझे पता था कि लोग कुछ न कुछ तो बोलेगें ही पर ये नहीं पता था कि इसे नेशनल इशू बना दिया जाएगा।

इनमें से बहुत से लोगों ने मेरे धर्म, मेरे संस्कार पर सवाल उठाये! मैं ऐसे लोगों से कहना चाहती हूँ कि पहले वो खुद के संस्कार देखे, तुम्हारे संस्कार ने जहां तुम्हे गालीगलौज करना, लड़की से रेप करना सिखाया है वहीँ मेरे संस्कार ने मुझे सबकी इज्जत करना और सबको एक समान समझना सिखाया है।”

वो आगे कहती है कि, ‘ क्या होता है न जब मर्द किसी औरत को खुद से ज्यादा स्ट्रांग देख लेता है तो उनसे सहन नहीं होता क्यूंकि तब उनकी  मर्दांगनी पर चोट लग जाती है।

जो मर्द सोशल मीडिया पर बकवास लिख रहे है दरसल ये वहीँ मर्द है जो बीच सड़क पर फिरंग को हॉट ड्रेस में देखे तो दिक्कत नहीं होगी पर अगर वहीँ कोई इंडियन वीमेन/गर्ल बिकनी में दिख जाए तो तत्काल  भौहें चौड़ी हो जाएगी।वोमेन्स को सबसे ज्यादा सहूलियत सिखाने वाले मर्द घर पर जाकर सबसे ज्यादा पोर्न देखते है।

ईशा गुप्ता का मानना है कि अगर ऐसी फोटो किसी पुरुष ने शेयर की होती तब इतना बड़ा बवाल न मचता क्यूंकि यह अंतर तो सदियों से चला आ रहा है। महाभारत में भी जब द्रौपदी का चीरहरण हुआ था तब भी कुछ लोग ऐसे थे जिन्होने इस वस्त्रहरण की वजह द्रौपदी का दुर्योधन पर हसना बताया था।

वह कहती है, कि आप खुद औरतों के प्रति गलत नजरिया रखते है फिर दोष दूसरी चीजो पर मढने की कोशिश करते है। कौनसा आइटम सॉंग ये कहता है कि तीन साल की बच्ची का रेप करो या फिर 80 साल की औरत का शोषण करो। लड़की बुर्के में हो तो गलती, सूट पहने तो बहनजी, मिनी ड्रेस में हो तो ‘स्लट’। लड़की 10 के साथ घूमे तो ‘स्लट’ है और लड़का 50 के साथ भी सोए तो ‘ वाह भाई के तो जलवे है’ ऐसे नारे लगने शुरू हो जाते है। मैं बस इतना कहना चाहती हूँ कि सबकी अपनी ज़िन्दगी है और सबको अपनी ज़िन्दगी जीने का हक है।

फिल्म बादशाहों में भी ईशा गुप्ता ऐसे ही तीखे-तर्रार अंदाज में नजर आ रही है जैसे की वो असल जिंदगी में भी है। बता दें कि फिल्म बादशाहों इमरजेंसी पर बेस्ड मूवी है।

 

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