श्रीलंका में धवन का धमाका, जड़ा करियर का सबसे तेज शतक
कप्तान कोहली व गब्बर की दमदार पारी से मिली भारत को बड़ी जीत
दाम्बुला (श्रीलंका)। अपने करियर का 11वां वनडे शतक लगाने वाले सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (नाबाद 132) और कप्तान विराट कोहली (नाबाद 82) के साथ दूसरे विकेट के लिए उनकी 197 रनों की साझेदारी की मदद से भारतीय क्रिकेट टीम ने रविवार को रांगिरी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में खेले गए पहले वनडे मैच में श्रीलंका को नौ विकेट से हरा दिया। इस जीत के साथ भारत ने पांच मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। श्रीलंका और भारत के बीच इस मैच को देखने के लिए दाम्बुला के स्टेडियम में करीब 14, 514 दर्शक मौजूद थे।
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंका की टीम ने 43.2 ओवरों में अपने सभी विकेट खोकर भारत के सामने 217 रनों का लक्ष्य रखा, जिसे मेहमान टीम ने केवल 28.5 ओवरों में एक विकेट के नुकसान पर 220 रन बनाकर हासिल कर लिया। इस तरह भारत ने 127 गेंदों शेष रहते एक शानदार जीत के साथ इस सीरीज का आगाज किया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने 23 के कुल योग पर रोहित शर्मा (4) के रूप में अपना पहला विकेट गंवाया। उन्हें चमारा कापुगेदेरा ने रन आउट किया। इसके बाद धवन और कप्तान कोहली ने बिना कोई विकेट गंवाए 197 रनों की साझेदारी कर टीम को लक्ष्य तक पहुंचाया।
धवन ने अपने करियर का 11वां वनडे शतक लगाने के लिए 71 गेंदों का सामना किया। धवन ने अपनी 90 गेंदों की पारी में 20 चौके और तीन छक्के लगाए।
इसके अलावा, कप्तान कोहली ने 70 गेंदों पर 10 चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 82 रन बनाए। यह उनके करियर का 44वां अर्धशतक है।
इससे पहले, टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंका के लिए निरोशन डिकवेला (64) और धनुष्का गुनाथिलाका (35) ने अच्छी शुरूआत की। इन दोनों ने शुरूआती 10 ओवरों तक अच्छे रन रेट के साथ रन बटोरे।
दोनों अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे लेकिन 14वें ओवर की अंतिम गेंद तथा 74 के कुल योग पर चहल ने गुनाथिलाका को आउट करके भारत को पहली सफलता दिलाई।
श्रीलंका को इससे अधिक फर्क नहीं पड़ा क्योंकि डिकवेला ने इसके बाद कुशल मेंडिस (36) के साथ पारी को आगे बढ़ाया और नुकसान की भरपाई की लेकिन 139 के कुल योग पर जाधव की गेंद पर डिकवेला के पगबाधा होने के साथ ही मानो किस्मत मेजबान टीम से रूठ गई।
डिकवेला ने मेंडिस के साथ दूसरे विकेट के लिए 65 रन जोड़े लेकिन इसके बाद मेजबान टीम ने अगले 6 विकेट सिर्फ 39 रन के कुल योग पर गंवा दिए। एक समय उसका स्कोर एक विकेट 139 रन था और दूसरी ओर उसका स्कोर सात विकेट पर 178 हो गया।
भारतीय गेंदबाजों की अनुशासित गेंदबाजी के आगे मेजबान टीम के बल्लेबाज इस कदर बेबस नजर आए कि 20वें से 36वें ओवर के बीच वे सिर्फ 61 रन ही बटोर सके। कप्तान उपुल थरंगा (13) टेस्ट सीरीज की तरह यहां भी फ्लाप रहे।
कप्तान मैथ्यूज ने 50 गेंदों पर एक चौके और एक छक्के की मदद से नाबाद 36 रन बनाए लेकिन श्रीलंका के अंतिम छह बल्लेबाज छह बल्लेबाज दहाई तक भी नहीं पहुंच सके। भारत की ओर से अक्षर पटेल ने तीन सफलता हासिल की जबकि केदार जाधव, युजवेंद्र चहल और जसप्रीत बुमराह को दो -दो सफलता मिली।
श्रीलंका के लिए आगे का सफर काफी मुश्किल नजर आ रहा है क्योंकि 1997 के बाद से उसने एक बाद भी भारत को द्विपक्षीय सीरीज में नहीं हराया है। उस समय से लेकर आज तक भारत और श्रीलंका के बीच कुल नौ सीरीज हुई हैं, जिनमें से सात बार भारत जीता है जबकि दो सीरीज ड्रॉ रही हैं। भारत ने इससे पहले श्रीलंका को तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 3-0 से मात दी थी।