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PM मोदी ने कहा- भारत दुनिया में किसी भी चुनौती से निपटने में सक्षम

प्रधानमंत्री ने कश्मीर के आतंकवादियों से हिंसा त्यागने का आग्रह किया

नई दिल्ली| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि भारत सीमा पर, अंतरिक्ष में या साइबर दुनिया में किसी भी सुरक्षा चुनौती से निपटने में सक्षम है। उन्होंने कश्मीर के आतंकवादियों से हिंसा त्यागने का आग्रह किया, ताकि प्यार के जरिए इस लंबित समस्या को सुलझाया जा सके।

प्रधानमंत्री ने देश के 71वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में ‘न्यू इंडिया’ का आह्वान किया, जो जातिवाद, सांप्रदायिकता, आतंकवाद और भ्रष्टाचार से मुक्त होगा।

मोदी ने लाल किले के प्राचीर से अपने संबोधन में भीड़ की हिंसा में शामिल लोगों को चेतावनी दी और कहा कि आस्था के नाम पर हो रहे हमलों को लेकर खुश नहीं होना चाहिए और इन्हें स्वीकार नहीं किया जा सकता।

मोदी ने अपने 56 मिनट के भाषण में नोटबंदी, कालेधन और भ्रष्टाचार सहित कई विषयों पर बात की और तीव्र गति से देश को आगे ले जाने का वादा किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि तीन तलाक के खिलाफ महिलाओं की लड़ाई सफल होगी।

उन्होंने कश्मीर को स्वर्ग बताया और कहा कि कश्मीर में उसकी पुरानी समृद्धि लौटनी चाहिए। मोदी ने कहा, “न गाली से, न गोली से, समस्या सुलझेगी गले लगाने से।”

उन्होंने कहा, “आतकंवाद और आतंकवादियों के साथ नरम बर्ताव करने का सवाल ही नहीं उठता है। आप (आतंकवादी) मुख्यधारा में आइए। सिर्फ मुख्यधारा में आने से जीवन में नई ऊर्जा का संचार होगा।” उन्होंने कहा कि कई नक्सली मुख्यधारा से जुड़ चुके हैं।

मोदी ने पाकिस्तान और चीन के साथ सीमा विवाद का कोई उल्लेख नहीं किया, लेकिन उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अकेला नहीं है, इस जंग में कई देशों की सक्रिय भागीदारी है, जो हमारे साथ खुफिया जानकारियां साझा करते हैं।

मोदी ने कहा, “हम कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं। मैं उन्हें तह-ए-दिल से धन्यवाद देता हूं। विश्व में भारत का कद बढ़ रहा है।”

मोदी ने सुरक्षाबलों का आभार जताते हुए कहा, “हमारी सेना कभी पीछे नहीं हटी। चाहे चरमपंथ, आतंकवाद, घुसपैठ या सुरक्षा संबंधित बाधाएं हों।”

उन्होंने कहा कि विश्व ने बीते साल पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर भारतीय सेनाओं की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारत की बुद्धिमता और ताकत को स्वीकार कर लिया है।

मोदी ने कहा, “भारत शांति, एकता और सद्भावना का संगम है। जातिवाद और सांप्रदायिकता से देश को कोई मदद नहीं मिलेगी। धर्म के नाम पर कोई हिंसा नहीं होनी चाहिए। अस्पतालों को जलाया नहीं जा सकता, सरकारी संपत्तियों को नष्ट नहीं किया जा सकता। पहले नारा भारत छोड़ो था अब भारत जोड़ो है।”

मोदी ने उनकी सरकार की कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई का उल्लेख करते हुए कहा कि इस जंग को तेज करेंगे। उन्होंने 800 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्तियों को जब्त करने का भी जिक्र किया।

उन्होंने कहा कि नोटबंदी से तीन लाख करोड़ रुपये बैंकिंग प्रणाली में वापस आए हैं। 1.75 लाख करोड़ रुपये से अधिक जमा संदिग्ध धनराशि की जांच की जा रही है और दो लाख करोड़ रुपये का कालाधन बैंकों में पहुंच गया है।

मोदी ने कहा कि आयकर निर्धारती 34 लाख तक बढ़ गए हैं। उन्होंने कहा कि 18 लाख लोगों की संपत्तियां उनके आय के स्रोत से अधिक पाई गई हैं, जिसमें से 4.5 लाख लोगों ने अपनी गलती स्वीकार की है।

उन्होंने फर्जी कंपनियों के बारे में भी बात की। मोदी ने कहा, “लगभग 1.75 लाख फर्जी कंपनियों का पंजीकरण रद्द किया गया है।”

मोदी ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के बारे में कहा कि इसे कम समय में लागू किया गया है, जिसे देखकर दुनिया चकित है। उन्होंने कहा कि इससे पारदर्शिता आएगी।

मोदी ने कहा कि जब भारत अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा होगा, उस वक्त यानी 2022 तक न्यू इंडिया बनेगा।

मोदी ने तीन तलाक के मुद्दे पर कहा कि मैं उन महिलाओं की सराहना करता हूं, जो तीन तलाक के खिलाफ लड़ाई लड़ रही हैं। मोदी ने कहा, “देश में ‘चलता है’, ‘ठीक है’, ‘चलने दो’ की जगह ‘बदल सकता है’ ने ले ली है।”

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