डिजिटल लॉकर और डाटा को इस तरह रखें सुरक्षित
नई दिल्ली। एक साल पहले देश में डिजिटल लॉकर की शुरूआत हुई है लेकिन इसे लेकर लोगों के मन अभी भी भ्रम बना हुआ है। दरअसल आप हर समय सभी चीजों को इस डिजिटल दुनिया में सुरक्षित नहीं रख सकते हैं।
इसके लिए आपको एक प्लान के तहत काम करना पड़ेगा। आज हम आपको बताएंगे कि कैसे अपने डिजिटल लॉकर को या डाटा को सुरक्षित रखें।
मास्टर पासवर्ड-
एक अच्छा पासवर्ड मैनेजर आपके सभी पासवर्ड को एक क्लिक पर जेनरेट, स्टोर, और अपडेट कर सकता है लेकिन कई बार इस तरह के पासवर्ड भी हैक कर लिए जाते हैं।
इसलिए पासवर्ड बनाने के लिए डाइसवेयर विधि का उपयोग करें। इसमें अचानक कुछ जटिल शब्दों को चुना जाता है लेकिन इन्हें आसानी से याद रखा जा सकता है।
टच आईडी
यह फोन को लॉक और अनलॉक करने का सबसे आसान तरीका है। लेकिन आपका फिंगरप्रिट सेंसर किसी के लिए भी आपकी डिवाइस तक पहुंचने का आसान तरीका भी हो सकता है।
अगर आप डिजिटल सेफ को सुरक्षित रखना चाहते हैं तो इस तरीके को अपना सकते हैं लेकिन इसका उपयोग बहुत ही सावधानी पूर्वक करें।
कुकीज से बचें
कुकीज़ आपके द्वारा किसी वेबसाइट पर जाते समय आपके कंप्यूटर पर अस्थायी रूप से इंस्टॉल किए गए कोड के छोटे टुकड़े होते हैं।
आपको बता दें कि अगर आप ब्राउज़र को बंद भी कर देते हैं तभी भी कुकीज़ सूचना को ट्रैक करना जारी रखती हैं। इसलिए अपनी गोपनीयता को बनाए रखने के लिए कैश और कुकीज को जरूर डिलीट कर दें।
सुरक्षित रूप से ब्राउज़ करें-
जब आप सार्वजनिक रूप से ब्राउजिंग कर रहे होते हैं तो आपकी गतिविधियों पर ऑनलाइन डाटा कलेक्टर की नजर होती है। इससे बचने के लिए सभी जगहों पर HTTPS डाउनलोड कर इससे बचा जा सकता है।
अपनी सेटिंग्स के बारें में जानें
आपको शायद विश्वास नहीं होगा कि गूगल आपके बारे में क्या-क्या जानता है। वह अपनी व्यक्तिगज जानकारी, सर्च लॉग, ब्राउजिंग की आदतें, लोकेशन आदि को सुरक्षित रखता है। इस सब से बचने के लिए आप अपनी प्राइवेसी सेटिंग को बदलें।
गो वर्चुअल
वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क ब्राउज़र गोपनीयता बनाए रखने के लिए उपयोगी हो सकते हैं, लेकिन सभी पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। केवल एक वीपीएन सेवा को चुनें जो गतिविधि लॉग्स को नहीं रखता हो।