हमें नहीं नीतीश की जरूरत, वह सोचे बीजेपी में जाना है कि नहीं : कांग्रेस
पटना। बिहार में चल रही महागठबंधन की हवा खूब चल रही है वहीं दूसरी तरफ यह भी देखने को मिल रहा है कि बिहार में महागठबंधन की गांठ लगातार ढ़ीली पड़ती जा रही है।
पहले राजद और जदयू नेताओं के बीच चले जुबानी तीरों के बाद अब कांग्रेस की नाराजगी देखने को मिली। इफ्तार पार्टी के दौरान भी सीएम नीतीश कुमार और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू यादव के बीच मनमुटाव खुलकर सामने आया था।
लेकिन जदयू की राज्य कार्यकारिणी की बैठक के बाद मुख्यमंत्री नीतीश के बयान के बाद से राजद से दूरियां खत्म होती दिखीं। लेकिन कांग्रेस से मनमुटाव लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
‘जदयू को आरजेडी और कांग्रेस की जरूरत है नीतीश कुमार की नहीं’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश सिंह ने मंगलवार (4 जुलाई) को कहा, कि जदयू को आरजेडी और कांग्रेस की जरूरत है। हमें नीतीश कुमार की जरूरत नहीं। यह नीतीश कुमार को तय करना है वह बीजेपी के साथ जाना चाहते हैं या नहीं। हम अपने सिद्धांतों पर पहले से कायम थे और अब भी कायम हैं।’
जेडीयू ने किया पलटवार
वहीं अखिलेश सिंह के इस बयान के बाद जदयू ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पार्टी के प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा, कि जितनी लम्बी चादर हो, उतना ही पैर फैलाना चाहिए। सब लोग रघुवंश प्रसाद और भाई वीरेंद्र बनने की कोशिश न करें। आजकल देखने को मिल रहा है कि सब रघुवंश और भाई वीरेंद्र की तरह ही बयानबाजी करना शुरू कर दिए हैं।
महागठबंधन में सबकुछ ठीक : राजद
जहां एक तरफ जेडीयू और कांग्रेस के बीच तीखी बयानबाजी हो रही है वहीं पर आरजेडी प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा, कि महागठबंधन में सबकुछ ठीक है। लालू प्रसाद विपक्षी एकता को मजबूत करने में लगे हुए हैं। सभी विपक्षी दल एक होकर 2019 में एनडीए को हराएंगे।