जीएसटी के प्रभाव, वैश्विक संकेतों पर रहेगी बाजार की नजर
मुंबई| आगामी सप्ताह वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के प्रभाव एवं वैश्विक संकेतों पर घरेलू शेयर बाजार की नजर रहेगी। इस दौरान कई प्रमुख आंकड़ें भी जारी होने वाले हैं।
बाजार विश्लेषकों के मुताबिक, शुक्रवार को शेयर बाजार बंद होने के बाद आर्थिक आकंड़ें जारी किए गए थे, जिसका प्रभाव सोमवार को बाजार खुलने के बाद ही दिखाई देगा। आठ प्रमुख उद्योगों (ईसीआई) के आंकड़ें, बाहरी कर्ज एवं वित्तीय घाटे के आंकड़ें से घरेलू बाजार पर भारी असर दिखाई देगा।
जायफिन एडवाइजर्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी देवेंद्र नेवगी ने बताया, “इस सप्ताह बाजार की नजरें जीएसटी के देश एवं अर्थव्यवस्था पर प्रभाव पर रहेंगी।” देश का सबसे बड़ा कर सुधार जीएसटी बीते शुक्रवार की मध्यरात्रि को लागू हो गया था।
जियोजिट फाइनेंशियल सर्विसेज के अनुसंधान प्रमुख विनोद नायर ने बताया, “छोटी अवधि में निवेशकों के सेंटीमेंट पर जीएसटी का असर दिखाई नहीं देगा लेकिन मध्यम से लंबी अवधि में इसका असर सूचीबद्ध इकाइयों पर सकारात्मक रहेगा।”
विश्लेषकों का मानना है कि वाहनों की बिक्री के मासिक आंकड़ें, पर्चेजिग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) आंकड़ों पर बाजार की प्रमुखता से नजरें रहेंगी।
ट्रेड स्मार्ट ऑनलाइन के संस्थापक एवं निदेशक विजय सिंघानिया ने बताया, “आगामी सप्ताह में वाहनों के मासिक आंकड़ों का बाजार को इंतजार रहेगा। जून महीने के निक्केई मार्किट मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई और निक्केई सर्विस पीएमआई आंकड़ें भी जारी होंगे।”
इसके अलावा, वैश्विक स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय केंद्रीय बैंक की गतिविधियों, कच्चे तेल की कीमतों और मुद्रा की चाल पर भी बाजार की नजरें रहेंगी।
नायर ने बताया, “घरेलू कारकों की तुलना में वैश्विक कारकों से अधिक जोखिम है। अमेरिकी के फेडरल रिजर्व की नीतिगत बैठक चर्चा के केंद्र में रहेगी।”
कोटक सिक्योरिटीज में करेंसी डेरिवेटिव्ज के एवीपी के अनिंदय बनर्जी ने बताया, “अगले सप्ताह उम्मीद है कि डॉलर के मुकाबले रुपया 64.30/40 और 64.90 के दायरे में रहे।”
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी के 9,616 के स्तर को पार करने के बाद इसमें ऊपरी रूझान बना रह सकता है।