सेना को मिली बड़ी कामयाबी, टॉप लश्कर कमांडर साथी सहित ढेर
श्रीनगर। दक्षिण कश्मीर में ब्रेंठी दियालगाम (अनंतनाग) में शनिवार को सुरक्षाबलों ने लगभग नौ घंटे तक चली मुठभेड़ में अच्छाबल हमले के मास्टरमाइंड बशीर लश्करी उर्फ अबु उकाशा को उसके एक साथी एजाज अहमद उर्फ आजाद के साथ मार गिराया।
सुरक्षाबलों ने लश्करी द्वारा बंधक बनाए गए 17 ग्रामीणों को भी सुरक्षाबलों ने सुरिक्षत निकाल लिया।इस दौरान क्रॉसफायरिंग की चपेट में आकर जहां एक महिला की मौत हो गई।
वहीं हिंसा पर उतारु आतंकी समर्थक भीड़ व सुरक्षाबलों के बीच हिंसक झड़पों में एक प्रदर्शनकारी मारा गया जबकि एक दर्जन सुरक्षाकर्मियों समेत 30 अन्य लोग जख्मी हो गए। घायलों में से 11 की हालत गंभीर है।
यहां यह बताना असंगत नहीं होगा कि बशीर लश्करी ने ही गत माह अच्छाबल में पुलिस दल पर घात लगाकर हमला किया था। इसमें अच्छाबल के थाना प्रभारी फिरोज अहमद डार समेत छह पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे।
लश्करी को इस हमले के बाद पुलिस ने डबल ए श्रेणी का आंतकी घोषित कर उस पर पहले से घोषित 10 लाख के ईनाम को बढ़ाकर 12 लाख कर दिया था। लश्करी गत सप्ताह भी सोफ गांव में सुरक्षाबलों की घेराबंदी तोड़ भागने में कामयाब रहा था।
पुलिस महानिदेशक डा एसपी वैद ने लश्करी और उसके साथी आजाद के मारे जाने की पुष्टी करते हुए कहा कि आतंकियों द्वारा बंधक बनाए गए सभी लोग भी सुरक्षित छुड़ाए गए हैं।
अनंतनाग से मिली जानकारी के अनुसार, आज सुबह चार बजे सुरक्षाबलों ने ब्रेंठी दियालगाम में तीन आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर घेराबंदी करते ही तलाशी अभियान चलाया। जवानों को अपने ठिकाने की तरफ आते देख, आतंकियों ने उन पर गोली चला वहां से भागने का प्रयास किया।
जवानों ने जवाबी फायर कर उन्हें मुठभेड़ में उलझा लिया और आतंकियों ने वापस मकान में शरण लेते हुए आठ लोगों को बंधक बना लिया।
इस बीच, स्थानीय मस्जिदों से सुरक्षाबलों के खिलाफ एलान हुआ और बड़ी संख्या में लोग जिहादी नारे लगाते हुए मुठभेड़स्थल पर जमा होने लगे। उन्होंने घेराबंदी तोडऩे के लिए सुरक्षाबलों पर पथराव शुरु कर दिया।
सुरक्षाबलों ने पथराव के बावजूद संयम बनाए रखा और आतंकियों की गोलियों का जवाब देते हुए बंधक बनाए गए ग्रामीणों को छुडाने का भी प्रयास किया।
इस दौरान क्रासफायरिंग की चपेट में आकर एक स्थानीय महिला ताहिरा गंभीर रुप से घायल हो गई। उसे उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया,जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
डाक्टरों ने बताया कि 40 वर्षीय ताहिरा की पीठ पर गोली लगी थी जो उसके सीने से बाहर निकली थी।
इस बीच, ताहिरा की मौत की खबर फैलते ही ब्रेंठी, बटपोरा, दियालगाम और उसके साथ सटे इलाकों में भी तनाव पैदा हो गया।
लोग हिंसा पर उतर आए और पूरे इलाके में पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पों का दौर शुरु हो गया।
जवानों ने आतंकियों की गोलियों और आतंकियों की समर्थक भीड़ के पथराव के बीच, आतंकियों द्वारा मानवढाल बनाए गए आठ लोगों को छुड़ाने का प्रयास किया और चार को वहां से निकाल लिया।
इस बीच, हिंसक भीड़ में शामिल कुछ युवकों ने सुरक्षाबलों के हथियार छीनने का प्रयास करते हुए उनके साथ मारपीट शुरु कर दी।
उन्हें खदेडऩे के लिए सुरक्षाबलों ने गोली चलानी पड़ी,जिसमें शादाब चोपान उर्फ तारिक नामक एक युवक की मौत हो गई। फिलहाल, पूरे इलाके में पुलिस और आतंकी समर्थक भीड़ के बीच हिंसक झड़पों का दौर जारी है।