महिला विश्व कप : मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ टूर्नामैंट का आगाज करेगा भारत
डर्बी | भारतीय महिला क्रिकेट टीम आज मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ विश्व कप अभियान की शुरुआत करेगी। भारतीय टीम ने विश्व कप में सिर्फ एक बार 2005 में फाइनल में जगह बनाई है जहां उसे आस्ट्रेलिया ने हराया था। उस समय भी टीम की कप्तान मिताली थीं और इस बार भी टीम की कमान उन्हीं के हाथों में है।
इंग्लैंड इस खिताब पर तीन बार कब्जा जमा चुकी है और इसके अलावा उसे मेजबान टीम होने के नाते घरेलू परिस्थितियों का लाभ मिलाना तय है। हालांकि, भारत के मौजूद फॉर्म को देखते हुए मेजबान आराम से नहीं बैठ सकता।
मिताली की टीम इस समय शानदार फॉर्म में है। उसने हाल ही में दक्षिण अफ्रीका में हुई में चतुष्कोणिया सीरीज में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। इससे पहले उसने विश्व कप के क्वालीफायर टूनार्मेंट में जीत हासिल की थी।
पाकिस्तान के साथ वनडे सीरीज खेलने से मना करने के कारण अंकों की कमी के चलते भारतीय टीम को क्वालीफायर टूनार्मेंट खेलना पड़ा। टीम की बल्लेबाजी की मिताली रीढ़ हैं। हरमनप्रीत कौर, स्मृति मंथाना, वेदा कृष्णामूर्ति के रूप में अच्छी बल्लेबाज हैं।
भारतीय टीम की सभी बल्लेबाजों के लिए इंग्लैंड की परिस्थिति परीक्षा साबित होगी। ऐसे में मिताली का अनुभव टीम के बेहद काम आएगा। उनके अलावा झूलन गोस्वामी भी 2005 विश्व कप में टीम में थी। महिला एकदिवसीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली झूलन का भी अनुभव टीम के लिए उपयोगी है।
इंग्लैंड ने इससे पहले दो बार विश्व कप की मेजबानी की है और दोनों बार ही खिताब जीता है। तीसरी बार भी वह यही करना चाहेगी। इंग्लैंड ने अपनी आखिरी वनडे सीरीज 2016 नवंबर में श्रीलंका के खिलाफ खेली, जिसमें उसे जीत मिली थी। इसी जीत के साथ वह विश्व कप में सीधे क्वालीफाई कर गई थी। उसके लिए एक अच्छी खबर यह है कि साराह टेलर एक साल के ब्रेक के बाद लौट आई हैं, जो बल्लेबाजी को मजबूती देंगी।
हीथर नाइट पहली बार विश्व कप में टीम की कमान संभाल रही हैं। लेकिन उनके पास एक ऐसी टीम है जो बेहद मजबूत है। भारत को यह टीम कमतर आंकने की गलती नहीं करेगी और पूरी तैयारी के साथ विश्व कप का आगाज जीत के साथ करना चाहेगी।