मेघालय ने शिलांग व सोहरा के बीच रेल संपर्क का प्रस्ताव दिया
शिलांग | मेघालय के मुख्यमंत्री मुकुल संगमा ने रेलवे के अधिकारियों से शिलांग व सोहरा के बीच रेल संपर्क की योजना और इसके डिजाइन पर काम करने के लिए कहा है। संगमा ने पूर्वोत्तर फ्रंटियर रेलवे (एनएफआर) अधिकारियों के साथ गुरुवार को एक समीक्षा बैठक में कहा कि प्रस्तावित शिलांग-सोहरा रेलवे संपर्क राज्य को नए अवसर और रेलवे के पर्यटन को बढ़ावा देगा। इससे किसानों को भी सुविधा मिलेगी।
सोहरा पृथ्वी के सबसे नम स्थानों में से एक है, यह राज्य की राजधानी शिलांग से 50 किमी दूर है।साल 1895-96 में संयुक्त असम की ब्रिटिश प्रांतीय सरकार ने चेरा (सोहरा) कंपनीगंज राज्य रेलवे का निर्माण किया था, यह उस काल की पहले रेलवे परियोजना में से एक था। यह दार्जिलिंग हिमालय रेलवे की ट्वाय ट्रेन के समकक्ष था। दार्जिलिंग की ट्वाय ट्रेन को विश्व विरासत की सूची में जगह मिली है।
संगमा ने संवाददाताओं से कहा, “मेघालय बार-बार आने वालों के लिए इस ट्रेन की सवारी की भारी मांग होगी। यह हनीमून पर आने वाले दंपति या अपनी शादी की सालगिरह प्रकृति व सुंदरता के बीच मनाने वालों के लिए एक बेहतरीन सवारी उपलब्ध कराएगी।”
मेघालय में खासी स्टूडेंट यूनियन राज्य में रेल परियोजनाओं का विरोध करती है। उसका मानना है कि इससे राज्य में बाहरी लोग आकर बसेंगे और उनका दखल बढ़ेगा।