अब मिलेगी ज्याादा बिजली, फेडको ने 5 बिजली वितरण कंपनियों से किया करार
नई दिल्ली | फीडबैक एनर्जी डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी (फेडको) ने मध्यप्रदेश के पांच डिवीजनों में वितरण के लिए मैनेजमेंट ऑपरेटर मॉडल उपलब्ध कराने की खातिर तीन बिजली वितरण कंपनियों के साथ करार किया है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि भारत में पहली बार इस मैनेजमेंट ऑपरेटर मॉडल को लागू किया जा रहा है।
फेडको और एम.पी. पावर मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड ने 29 मई को समझौते पर हस्ताक्षर भी किए थे। एमओ मॉडल बिजली वितरण में पीपीपी के वितरण फ्रेंचाइजी मॉडल का ही रूप है। इसका उद्देश्य बेहतर उपभोक्ता सेवाएं देकर राज्य की बिजली वितरण कंपनियों की वित्तीय सेहत सुधारना है।
इसके तहत फेडको कई गतिविधियों का आयोजन करेगी जैसे मीटर इंस्टॉलेशन और सर्विसेज, फीडर मीटरिंग और एनर्जी ऑडिट, राजस्व संग्रह और सर्विसेज व मीटर रीडिंग, बिल वितरण और बिलिंग गुणवत्ता का ध्यान रखना। फेडको का उद्देश्य मध्यप्रदेश में विश्वस्तरीय प्रक्रियाओं और टेक्नोलॉजी को लाना है, जो उसने पिछले चार साल में ओडिशा में पेश की है।
कंपनी के प्रबंध निदेशक संजय शुक्ला ने कहा, “मध्यप्रदेश ने वितरण क्षेत्र में मैनेजमेंट ऑपरेटर मॉडल की देश में शुरुआत की है। तीन वितरण कंपनियों में चयनित डिवीजन के लिए करार प्रतिस्पर्धी बोलियां पूरी करने के बाद फेडको को दिया गया है। इससे न सिर्फ उपभोक्ता सेवाओं के मानक बेहतर होंगे, बल्कि प्रदर्शन भी सुधरेगा और इन क्षेत्रों में होने वाला घाटा भी घटेगा।”
फेडको के प्रबंध निदेशक देवेश चतुर्वेदी ने कहा, “फेडको अपने उपभोक्ताओं को विश्वसनीय और गुणवत्तापूर्ण बिजली देने के साथ ही बेहतरीन कस्टमर सर्विस देने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारे ओडिशा वितरण कारोबार की सफलता इस तथ्य का प्रमाण है।”
फेडको के एमपी ऑपरेशंस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अभिषेक यादव ने कहा, “हम मध्यप्रदेश के अपने सभी उपभोक्ताओं को दक्ष और विश्वसनीय पावर अनुभव के लिए आमंत्रित करते हैं जो सबसे बेहतरीन ग्राहक सेवा और असाधारण स्वदेशी टेक्नोलॉजिकल एडवांस्मेंट का लाभ उठा सकें। फेडको और एमपी पीएमसी के बीच हुए करार और इसमें शामिल सभी पक्षधारकों से जो समर्थन हमें मिला है उसके लिए हम सभी के आभारी हैं।”
फेडको जिन क्षेत्रों में सेवाएं उपलब्ध कराएगी, उनमें शिवपुरी, कटनी, देवास, इंदौर ग्रामीण और जबलपुर ग्रामीण क्षेत्र शामिल है। इन क्षेत्रों की कुल आबादी लगभग 5 लाख है।