समय पर जारी होंगे सॉफ्टवेयर
नई दिल्ली | वस्तु एवं सेवा कर नेटवर्क (जीएसटीएन) ने सभी जीएसटी सुविधा प्रदाताओं के साथ मिलकर उन्हें जीएसटी प्रणाली के साथ जुड़ने और लागू करने की जानकारी दी है, ताकि वे अपने ग्राहक और करदाताओं की तरफ से सभी तरह के र्टिन फाइल कर सकें।
जीएसटीएन ने कहा कि एक जुलाई को जीएसटी लागू करने से पहले इंटरफेस सॉफ्टवेयर जारी कर दिए जाएंगे। शनिवार को यहां एक आधिकारिक बयान में कहा गया, “जीएसपी को कहा गया है कि जीएसटी प्रणाली से जुड़ने और उसमें आंकड़े भेजने से पहले उन्हें सुरक्षा के आईएसओ स्टैंडर्ड के मुताबिक अपने सिस्टम्स का ऑडिट कर लेना चाहिए।”
यह बैठक शुक्रवार को आयोजित की गई थी। जीएसटीएन ने र्टिन फाइल करने में मदद के लिए 34 जीएसपी का चयन किया है, जिसका गठन बड़े व्यापार को जीएसटी शासन के तहत जटिल आंतरिक प्रक्रियाओं में मदद के लिए किया गया है।
सभी जीएसपी का चयन और पंजीकरण जीएसटीएन ने किया। वे जीएसटी सेवा प्रदान करने के लिए जीएसटीएन नेटवर्क के एप्लिकेशन प्रोग्राम इंटरफेस (एपीआई) पर निर्भर हैं। अभी तक कुल 34 जीएसपी का चयन किया गया है।
जीएसपी अकांउटिंग सॉफ्टवेयर, एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग (ईआरपी) सॉफ्टवेयर, फाइलिंग सॉफ्टवेयर और बिलिंग सॉफ्टवेयर के एपीआई का प्रयोग करेंगे जो व्यवसायों को नए अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था के अनुपालन में मदद करेंगे।