लालू के बेनामी भूमि सौदे से संबंधित 22 स्थानों पर छापे
नई दिल्ली/पटना | आयकर (आईटी) विभाग ने मंगलवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद और उनके परिवार के खिलाफ 1,000 करोड़ रुपये के कथित बेनामी भूमि सौदे के संबंध में दिल्ली और हरियाणा में 22 से भी अधिक स्थानों पर छापे मारे हैं। आयकर विभाग ने राजद प्रमुख के अलावा पार्टी सांसद पी.सी. गुप्ता के आवास और साथ ही दिल्ली और हरियाणा के गुरुग्राम और रेवाड़ी के कई व्यापारियों और रियल एस्टेट एजेंटों के परिसरों में भी छापे मारे।
आयकर विभाग ने मंगलवार तड़के करीब तीन बजे छापेमारी शुरू की, जिसमें 100 से भी अधिक अधिकारी शामिल थे। आईटी अधिकारियों ने कुछ सरकारी कर्मचारियों के 10 से भी अधिक परिसरों में भी छापे मारे। आयकर विभाग की यह कार्रवाई बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी द्वारा लगाए गए आरोपों के मद्देनजर की गई है।
मोदी ने लालू प्रसाद और उनके बच्चों -बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव और राज्यसभा सांसद मीसा भारती- पर अवैध भूमि सौदों में संलिप्तता का आरोप लगाया है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा था कि अगर राजद प्रमुख और उनके परिवार के खिलाफ कोई पुख्ता सबूत मिलते हैं, तो केंद्र सरकार को मामले में कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए।भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने इन भूमि सौदों की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है।
केंद्रीय कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने आरोप लगाया है कि राजद प्रमुख की बेटी मीसा भारती ने ईसी को इन कथित संपत्तियों की जानकारी नहीं दी। प्रसाद ने निर्वाचन आयोग से मीसा के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग भी की। भाजपा नेता ने साथ ही आरोप लगाया कि ये भूमि सौदे उस समय हुए, जब लालू संयुक्त प्रगतिशलील गठबंधन (संप्रग) सरकार में रेल मंत्री थे।
आईटी की छापेमारी के बाद भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने पटना में मीडिया से कहा कि इस मामले में उनके कथन की पुष्टि हुई। सुशील मोदी लालू और उनके परिवार पर लगातार बेनामी संपत्तियां होने का आरोप लगाते रहे हैं।