सुषमा का सऊदी अरब में फंसे मजदूरों की सुरक्षित वापसी का निर्देश
भुवनेश्वर | विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सऊदी अरब में भारतीय दूतावास को 24 भारतीय मजदूरों की स्वदेश वापसी में मदद करने का निर्देश दिया है। कथित तौर पर वेतन से संबंधित मुद्दे को लेकर सभी मजदूरों को बंदी बनाकर रखा गया था, जिनमें 12 ओडिशा के हैं। विदेश मंत्रालय की यह कार्रवाई ओडिशा के मजदूरों की सुरक्षित वापसी के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक द्वारा विदेश मंत्री से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग के बाद आई है।
सुषमा स्वराज ने रियाद स्थित भारतीय दूतावास से कहा है कि वह मजदूरों की स्वदेश वापसी से संबंधित घटनाक्रम की ओडिशा के मुख्यमंत्री को सूचना प्रदान करे। रियाद स्थित भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, “दूतावास ने इस पर संज्ञान लिया है। मजदूरों की स्वदेश वापसी के लिए कंपनी तथा एजेंट से बातचीत की जा रही है। उम्मीद है उन्हें जल्द ही वापस भेज दिया जाएगा।”
इससे पहले मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, “सऊदी अरब में बंदी बनाए गए ओडिशा के मजदूरों को लेकर बेहद चिंतित हूं। उनकी सुरक्षित स्वदेश वापसी के लिए सुषमा स्वराज जी तथा प्रधानमंत्री से मामले में हस्तक्षेप करने की अपील करता हूं।” ओडिशा के गंजम जिले के कई प्रखंडों के कम से कम 12 मजदूर आंध्र प्रदेश के एक एजेंट के माध्यम से अल रियाद निर्माण कंपनी में काम करने के लिए पांच महीने पहले सऊदी अरब गए थे।
बाकी आठ मजदूर आंध्र प्रदेश तथ चार तमिलनाडु के हैं। उन्हें प्लंबर का काम करने के लिए सऊदी अरब ले जाया गया था। लेकिन दो महीने तक भुगतान करने के बाद उनके पासपोर्ट जब्त कर लिए गए और कथित तौर पर उनका शोषण किया गया और जान से मारने की धमकी दी गई।
विदेशी सरजमीं पर मदद की कोई उम्मीद न देख मजदूरों ने अपने परिजनों को व्हाट्स एप संदेश भेजा। उन्होंने सुरक्षित स्वदेश वापसी के लिए सरकार की मदद मांगी। इस बीच, गंजम जिला प्रशासन ने सऊदी अरब में फंसे मजदूरों के बारे में सूचनाएं एकत्र करने के लिए एक जांच की शुरुआत की।
जिला श्रम अधिकारी शिव नारायण साहू ने कहा, “हमने 12 लोगों के बारे में जानकारियां एकत्रित कीं। रिपोर्ट के मुताबिक, चार रानगिलुंडा, तीन बेगुनियापाड़ा, तथा खालीकोटे, छत्रपुर, पतरापुर, चिकिती व हिंजिलिकाटू से एक-एक मजदूर हैं।”