निर्भया दुष्कर्म के दोषियों की फांसी बरकरार
नई दिल्ली | सर्वोच्च न्यायालय ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में दिसंबर 2012 में घटी सामूहिक दुष्कर्म की घटना के सभी चार दोषियों की फांसी की सजा शुक्रवार को बरकरार रखी।
सामूहिक दुष्कर्म के चार दोषियों की फास्ट ट्रैक कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई थी, जिस पर 14 मार्च 2014 को दिल्ली हाईकोर्ट ने भी मुहर लगा दी थी। दोषियों की अपील पर सुप्रीम कोर्ट ने फांसी की सजा पर रोक लगा दी थी। इसके बाद तीन जजों की बेंच को मामले को भेजा गया और कोर्ट ने केस में मदद के लिए दो एमिक्स क्यूरी नियुक्त किए गए।
इस गंभीर अपराध पर सर्वोच्च न्यायलय ने मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट की तरह की। जिसमें सुनवाई के करीब एक साल बाद सुप्रीम कोर्ट ने 27 मार्च को अपना आदेश सुरक्षित रख लिया था । जिसपे अंतिम मोहर आज फैसले के रूप में लगी । जहां पर इनकी फांसी की सजा को बरकरार रखा गया है।