सीरिया पर रूस के रुख से हैरानी नहीं, निराशा : अमेरिका
वाशिंगटन | अमेरिका ने सीरिया में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के बाद मध्य-पूर्व के इस देश के सैन्य ठिकानों पर अपनी ओर से मिसाइलें दागी जाने को लेकर रूस के रुख पर निराशा जताई है। अमेरिका ने कहा है कि उसकी ओर से सीरिया के सैन्य ठिकानों पर मिसाइलें दागी जाने के बाद रूस की जो प्रतिक्रिया आई है, वह ‘चौंकाने वाली नहीं, पर निराश करने वाली’ है।
सीरिया में विद्रोहियों के कब्जे वाले इदलिब प्रांत में मंगलवार को हुए रासायनिक हमले के बाद अमेरिका ने गुरुवार रात भूमध्यसागर से अपने युद्धपोतों के जरिये मध्य सीरिया के होम्स प्रांत में शैरात सैन्य ठिकाने को निशाना बनाकर 59 टॉमहॉक मिसाइलें दागीं, जिसमें छह लोगों की मौत हो गई।
इस घटना के बाद सीरिया के सहयोगी रूस ने अमेरिका पर ‘एकपक्षीय कार्रवाई के जरिये आतंकवादियों को बढ़ावा’ देने का आरोप लगाया।
अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने कहा, “मैं रूस की प्रतिक्रिया से निराश हूं। यह दर्शाता है कि रूस किस प्रकार राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार को अपना समर्थन जारी रखे हुए है, जो अपने ही लोगों के खिलाफ ऐसे जघन्य हमले करती है।” टिलरसन ने कहा, “यह निराशाजनक है, लेकिन मुझे दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि यह चौंकाने वाला नहीं है।”
इससे पहले संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निकी हेली ने सुरक्षा परिषद के आपात सत्र के दौरान कहा था कि अमेरिका ने सीरिया में सैन्य कार्रवाई इसलिए की, ताकि सीरिया की असद सरकार इस तरह के रासायनिक हमले दोबारा नहीं करे। अमेरिका का मानना है कि सीरिया के इदलिब प्रांत में विद्रोहियों के कब्जे वाले खान शयखुन इलाके में मंगलवार को हुआ रासायनिक हमला सीरिया सरकार की सेना ने किए। हालांकि सीरिया ने इससे साफ इनकार किया है। हमले में 80 से ज्यादा लोगों की जान गई।