अन्तर्राष्ट्रीय

रूस में भ्रष्टाचार विरोधी प्रदर्शन, विपक्षी नेता नावाल्नी गिरफ्तार

मास्को | रूस में भ्रष्टाचार विरोधी प्रदर्शन के दौरान रविवार को मुख्य विपक्षी पार्टी के नेता एलेक्सी नावाल्नी को गिरफ्तार कर लिया गया। देशभर में हजारों लोगों ने इस रैली में भाग लेते हुए भ्रष्टाचार के मामलों के लिए प्रधानमंत्री दमित्री मेदवेदेव के इस्तीफे की मांग की। राजधानी मास्को और देश के विभिन्न हिस्सों से करीब 500 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया। नावाल्नी ने हिरासत में लिए जाने के बाद ट्वीट कर प्रदर्शनकारियों से प्रदर्शन जारी रखने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, “दोस्तों, मैं ठीक हूं। मुझे बाहर निकालने के लिए लड़ाई करने की जरूरत नहीं है। वेरस्काया (मास्को का मुख्य सड़क मार्ग) से होते हुए आगे बढ़ो। हमारा उद्देश्य भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग है।” पेशे से वकील और रूस की प्रोगेस पार्टी के प्रमुख नावाल्नी ने मेदवेदेव द्वारा अपनी संपत्ति बढ़ाने के लिए पद के दुरुपयोग से संबंधित खबरें प्रकाशित होने के बाद देशव्यापी आंदोलन का बिगुल फूंक दिया।
मेदवेदेव की प्रवक्ता ने इन आरोपों को प्रोपेगैंडा करार दिया, लेकिन स्वयं प्रधानमंत्री ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की। पुलिस के मुताबिक, प्रदर्शनकारी मास्को में पुश्किन चौराहे पर इकट्ठा हो गए और कुछ लोग कवि एलेक्जेंडर पुश्किन के स्मारक पर चढ़ गए और ‘महाभियोग’, ‘महाभियोग’ चिल्लाने लगे। इस दौरान 7,000 से 8,000 लोगों के इकट्ठा होने का अनुमान है।
पुलिस का कहना है कि सिर्फ मास्को से ही 500 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन एक मानवाधिकार समूह ‘ओवीडी इन्फो’ ने यह संख्या 700 बताई है। टीवी पर प्रसारित तस्वीरों में प्रदर्शनकारियों को ‘डाउन विद (रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर) पुतिन’, ‘रशा विदाउट पुतिन’ और ‘पुतिन इज ए थीफ’ के नारे लगाते हुए देखा गया। साल 2011-2012 में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद इसे देश के सबसे बड़े प्रदर्शनों के तौर पर देखा जा रहा है।
ये प्रदर्शन सेंट पीटर्सबर्ग, व्लादीवोस्तोक, नोवोसीबिरस्क, टोम्सक और कई अन्य शहरों में भी हुए। यहां से प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार करने की भी खबरें हैं। नावाल्नी को पुतिन और सत्तारूढ़ यूनाइटेड रशिया पार्टी के सबसे बड़े आलोचक के तौर पर जाना जाता है। उन्होंने 2011 में पुतिन के दोबारा राष्ट्रपति बनने के खिलाफ प्रदर्शन भी किए थे। नावाल्नी ने व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ 2018 में राष्ट्रपति चुनाव लड़ने की भी इच्छा जताई है, लेकिन उन्हें एक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद उनका चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है जिसे उन्होंने राजनीतिक साजिश करार दिया है।

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