प्रधान-पति पचा गया बच्चों का एमडीएम
बांदा | उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के ग्राम प्रधानों पर अभी तक मनरेगा की धनराशि में गड़बड़-झाला करने की शिकातें मिलती रही हैं, लेकिन इस बार नरैनी ब्लॉक के रक्सी ग्राम प्रधान के पति पर प्राथमिक विद्यालय के बच्चों का मध्याह्न् भोजन (एमडीएम) पचा जाने का आरोप लगा है। जिले के नरैनी ब्लॉक की रक्सी ग्राम पंचायत के प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक शिवकुमार त्रिपाठी की शिकायत पर हुई जांच में पाया गया कि शासन से भेजा गया मध्याह्न् भोजन (एमडीएम) का अनाज महिला ग्राम प्रधान के पति रामकृपाल ने 160 किलोग्राम गेहूं और 80 किलोग्राम चावल कोटेदार से प्राप्त कर संबंधित अध्यापक को हस्तगत नहीं कराया और न ही उसकी कन्वर्जन कॉस्ट 25000 रुपये की निकासी कराई गई है।
इतना ही नहीं, खाना बनाने के लिए नियुक्त रसोइया कुसमा देवी का तीन हजार रुपये मानदेय भी नहीं दिया गया है। यह जांच सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी स्तर से कराई गई थी। सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी योगेंद्रनाथ वर्मा ने गुरुवार को बताया, “अध्यापक की शिकायत पर हुई जांच में ग्राम प्रधान के पति पर एमडीएम का अनाज गबन करने की पुष्टि हुई है। जांच रिपोर्ट जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को इस आशय से भेजी गई थी कि वे अपने स्तर से प्राथमिकी दर्ज कराकर आगे की कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे, लेकिन अभी तक मामला अटका हुआ है।”
उन्होंने बताया कि कार्रवाई के लिए नए सिरे से अनुस्मारक पत्र लिखा जा रहा है। उधर, ग्राम प्रधान के पति रामकृपाल ने इस बारे में बताया कि एमडीएम के अनाज गबन करने की शिकायत झूठी है। अध्यापक शिवकुमार त्रिपाठी गांवदारी में फंस कर बदनाम कर रहा है।