जासूसी के दावों पर व्हाइट हाउस ने ब्रिटिश सरकार से खेद जताया
वाशिंगटन। एक मीडिया रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि व्हाइट हाउस ने ब्रिटिश खुफिया एजेंसी पर पिछले साल के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान डोनाल्ड ट्रंप की जासूसी करने का आरोप लगाए जाने के बाद इसके लिए ब्रिटिश सरकार से खेद जताया है। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव शीन स्पाइसर ने एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए आरोप लगाया था कि पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ‘ट्रंप टावर’ की जासूसी के लिए ब्रिटिश खुफिया एजेंसी की मदद ली थी।
अब एक अन्य मीडिया रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि व्हाइट हाउस ने ब्रिटेन से इस आरोप के लिए माफी मांगी है। ‘सीएनएन’ की शुक्रवार की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एच. आर. मैक्मास्टर ने अपने ब्रिटिश समकक्ष मार्क ल्याल ग्रांट से गुरुवार को इस मुद्दे पर बात की। ‘सीएनएन’ के अनुसार, व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने बताया कि दोनों के बीच वार्ता ‘सौहार्दपूर्ण’ रही। उनके बीच ‘फॉक्स न्यूज’ की उस रिपोर्ट पर भी बात हुई, जिसमें स्पाइसर ने ब्रिटिश खुफिया एजेंसी पर गंभीर आरोप लगाए। मैक्मास्टर ने कहा कि स्पाइसर ने ‘अनजाने’ में यह टिप्पणी की।
मैक्मास्टर ने अपने ब्रिटिश समकक्ष से यह भी कहा कि ‘उनकी चिंताओं को सुना व समझा गया है तथा इसे व्हाइट हाउस तक पहुंचाया दिया जाएगा।’ स्पाइसर ने गुरुवार को एक बार फिर दावा किया था कि ओबामा ने पिछले साल नंबर में हुए राष्ट्रपति चुनाव के दौरान ‘ट्रंप टावर’ की जासूसी के लिए ब्रिटिश खुफिया एजेंसी ‘जीसीएचक्यू’ की मदद ली थी।