गोवा : कांग्रेस विधायक ने कहा राहुल हस्तक्षेप करें, वर्ना पार्टी छोड़ देंगे
पणजी | गोवा में सरकार बनाने में तत्परता दिखाने में विफल रहने के बाद कांग्रेस में अब विद्रोह की स्थिति बनती दिख रही है। कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक ने कहा है कि वह और ‘समान विचार वाले पार्टी के अन्य विधायक यह सोचने पर मजबूर हैं कि भविष्य में कांग्रेस के साथ बने रहें या नहीं।’ वरिष्ठ कांग्रेस नेता और विधायक विश्वजीत राणे ने पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी से हस्तक्षेप करने और उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है, जिन्होंने सरकार बनाने में लापरवाही बरती।
वालपोई से कांग्रेस विधायक राणे ने यहां मीडिया से कहा, “कांग्रेस विधायक दल का नेता चुनने में दो दिन लगा दिए। पार्टी प्रभारी इस कुप्रबंधन में शामिल हैं। सर्वोच्च न्यायालय ने भी ऐसा ही कहा है। वे अनुभवी लोग हैं, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि क्या करना है, सरकार बनाने के लिए क्या कदम उठाने हैं। पर्रिकर दिल्ली से आए और उन्होंने संबंधित लोगों से प्रभावी रूप से बात किया, संख्या जुटा ली और सरकार का गठन किया।”
शीर्ष कांग्रेसी नेताओं पर सरकार बनाने की प्रक्रिया में शनिवार और रविवार को दावा पेश करने में देरी करने का आरोप है। गोवा की 40 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस 17 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। भाजपा के 13 विधायक हैं, लेकिन उसने गोवा फॉरवर्ड पार्टी और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के तीन-तीन विधायकों सहित दो निर्दलीय विधायकों के साथ गठबंधन बनाने के लिए तेजी से काम किया।
राणे ने कहा, “कांग्रेस का रवैया कुछ ऐसा रहा जैसे वह गोवा में सरकार बनाना नहीं चाहती है। मैं राहुल जी से मिलूंगा और मुलाकात के बाद आखिरकार कांग्रेस में अपने भविष्य पर विचार करूंगा।” उन्होंने कहा, “यदि राहुल गांधी दो दिनों के भीतर जवाब नहीं देते, तो मैं मानूंगा कि मैं पार्टी में फिट नहीं हूं। मैं अगले कदम के बारे में अपने साथी विधायकों व लोगों के साथ फैसला करूंगा। मैं आशा करता हूं कि राहुल गांधी जवाब देंगे। देखते हैं कि दो दिनों में क्या होता है।”