उत्तराखंड चुनाव में भाजपा को मिली भारी बहुमत
देहरादून | उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए हुई मतगणना में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) करीब 57 सीट के साथ भारी बहुमत हासिल कर चुकी है। 70 विधानसभा सीटों वाले उत्तराखंड में भाजपा अब तक 56 सीटें जीत चुकी है और एक सीट पर आगे चल रही है। वहीं सत्तारूढ़ कांग्रेस 11 सीटों पर सिमट चुकी है। स्वतंत्र प्रत्याशियों के पाले में दो सीटें गई हैं। इस बीच मुख्यमंत्री हरीश रावत ने करारी हार स्वीकार करते हुए राजभवन पहुंचे और राज्यपाल कृष्णकांत पाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
हरीश रावत ने कहा, “मैं हार स्वीकार करता हूं और इसकी जिम्मेदारी लेता हूं। हमारे नेतृत्व निश्चय ही खामी रही होगी।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर उत्तराखंड के लोगों को बधाई दी है। उन्होंने कहा, “उत्तराखंड की जीत बेहद खास है। देवभूमि के लोगों का आभार। मैं विश्वास दिलाता हूं कि भाजपा पूरी तत्परता और कर्मठता से लोगों की सेवा करेगी।” भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने ट्वीट किया, “भारतीय जनता पार्टी को ऐसा अभूतपूर्व जनसमर्थन देकर अपना विश्वास प्रकट करने के लिए देवभूमि उतराखंड की जनता का हृदय से अभिनंदन।” कांग्रेस के लिए सबसे बड़ा झटका मुख्यमंत्री हरीश रावत को दोनों ही सीटों पर मिली हार है। रावत हरिद्वार (ग्रामीण) सीट पर भाजपा प्रत्याशी यतीश्वरानंद से 12,278 मतों से हार गए, जबकि किच्छा सीट पर उन्हें भाजपा के ही राजेश शुक्ला ने करीब 2,127 मतों के अंतर से हराया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय भी सहसपुर सीट से भाजपा प्रत्याशी सहदेव सिंह पुंडीर के हाथों हार गए। सहदेव सिंह ने किशोर को 18,863 मतों के अंतर से हराया। लोहाघाट सीट से भाजपा प्रत्याशी दलीप सिंह रावत सबसे भाग्यशाली उम्मीदवार रहे। उन्होंने प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस प्रत्याशी कौशल सिंह को मात्र 148 मतों से हराया। वहीं रायपुर सीट से भाजपा प्रत्याशी उमेश शर्मा काऊ ने राज्य में सर्वाधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की है। उमेश ने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के प्रभु लाल को 36,771 मतों के अंतर से हराया।