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नीतीश ‘अपनों’ को बचाते, विरोधियों को फंसाते हैं : सुशील मोदी

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पटना | बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने यहां शनिवार को विपक्षी नेता का फर्ज निभाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर ‘अपनों’ को बचाने और ‘विरोधियों’ को फंसाने का आरोप लगाया। मोदी ने पटना में कहा कि यही कारण है कि पुलिस जानबूझकर अब तक सत्ताधारी महागठबंधन में शामिल जद (यू) के विधायक और बिहार कृषि विश्वविद्यालय में अनियमितता बरतने के आरोपी पूर्व कुलपति मेवालाल चौधरी, कांग्रेस नेता ब्रजेश पांडेय और व्यवसायी निखिल प्रियदर्शी को गिरफ्तार नहीं कर रही है।
दूसरी तरफ, भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी और मोहनिया के तत्कालीन एसडीओ जितेंद्र गुप्ता तथा बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) के अध्यक्ष सुधीर कुमार को आधी रात को उनके घर पहुंचकर पुलिस गिरफ्तार करती है। भाजपा नेता ने कहा कि हकीकत है कि मुख्यमंत्री के इशारे पर पुलिस जानबूझ कर मेवालाल चौधरी से लेकर ब्रजेश पांडेय तक को इसलिए गिरफ्तार नहीं कर रही है, जिससे इन्हें अदालत से अग्रिम जमानत लेने और साक्ष्यों को नष्ट करने का समय मिल सके।
उन्होंने कहा, “सरकार बताए कि ‘सेक्स स्कैंडल’ में शिकायत दर्ज होने के 70 दिन बाद भी आरोपी और चर्चित व्यवसायी निखिल प्रियदर्शी को पुलिस अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं कर रही है?”  मोदी ने कहा, “उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश की जांच के बाद विश्वविद्यालय में नियुक्ति मामले में अनियमितता बरतने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज होने के बावजूद जद (यू) विधायक मेवालाल चौधरी को खुला घूमने की छूट कैसी मिली हुई है? क्या मेवालाल चौधरी बाहर रहकर अपने प्रभाव का उपयोग कर साक्ष्यों से छेड़छाड़ नहीं कर रहे हैं?”
उन्होंने कहा कि अगर नीतीश कुमार सही में लोगों को बचाते और फंसाते नहीं हैं तो फिर आईएएस अधिकारी जितेंद्र गुप्ता को झूठे मामले में फंसाने वाले अधिकारियों के खिलाफ अब तक कौन सी कार्रवाई हुई है? मोदी ने कहा कि जितेंद्र गुप्ता को पटना उच्च न्यायालय ने न केवल निर्दोष साबित किया, बल्कि उनके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को भी रद्द कर दिया। यही नहीं, इस मामले में सर्वोच्च न्यायालय गई राज्य सरकार की याचिका तक को स्वीकार करने से न्यायालय ने इनकार कर दिया।
उल्लेखनीय है कि जितेंद्र गुप्ता को पिछले दिनों रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

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