मंत्री की बर्खास्तगी की मांग को लेकर विधानमंडल में मचा बवाल
पटना | बिहार के मंत्री अब्दुल जलील मस्तान द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अभद्र भाषा के इस्तेमाल और कार्यकर्ताओं को उनकी तस्वीर पर जूते मारने के लिए उकसाने को लेकर विपक्षी पार्टियों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा। मस्तान की बर्खास्तगी की मांग को लेकर लगातार तीसरे दिन बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों में हंगामा जारी रहा, जिसके बाद कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। बिहार विधानसभा में बजट सत्र के दौरान शुक्रवार सुबह जैसे ही कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी सदस्य मंत्री की बर्खास्तगी की मांग को लेकर हंगामा करने लगे।
विधानसभा में सत्ता पक्ष ने भी भाजपा विधायक लाल बाबू गुप्ता पर राजद विधायक फराज फातमी को अपशब्द कहने का आरोप लगाया और उन्हें सदन से बर्खास्त करने की मांग की। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने कई बार सदस्यों से शांत रहने की अपील की, लेकिन हंगामा जारी रहा, जिसे देखते हुए उन्होंने सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। विधान परिषद में भी यही स्थिति रही। विधान परिषद की कार्यवाही भी हंगामे के कारण दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी सरकार बचाने में लगे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस मामले में चुप्पी तोड़ मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की। उन्होंने कहा कि जब तक मंत्री को मंत्रिमंडल से बर्खास्त नहीं किया जाता, तब तक यह विरोध जारी रहेगा।
पूर्णिया में 22 फरवरी को कांग्रेस की ओर से आयोजित कार्यक्रम में मंत्री पर प्रधानमंत्री को ‘डकैत’ और ‘नक्सली’ कहने तथा कार्यकर्ताओं को उनकी तस्वीर पर जूते और चप्पल से मारने के लिए भी उकसाने का आरोप है। इस कार्यक्रम का वीडियो वायरल होने के बाद से ही मंत्री की बर्खास्तगी को लेकर विपक्ष ने मोर्चा खोल रखा है।