लालू को छोड़नी पड़ी नीतीश की कुर्सी, भाजपा ने ली चुटकी
पटना | बिहार की राजधानी पटना में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कुर्सी पर लालू प्रसाद यादव के बैठने पर आयोजनकर्ताओं द्वारा उनसे दूसरी कुर्सी पर बैठने के आग्रह का मामला गरमा गया है। इससे पहले राजधानी में प्रकाशोत्सव के मौके पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद को मुख्य मंच पर स्थान नहीं मिलने को लेकर बवाल मचा था। इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चुटकी ली है। पटना में रविवार को ब्रह्मकुमारी सेवा केंद्र द्वारा स्वर्ण जयंती कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू प्रसाद दोनों को निमंत्रण दिया गया। लालू प्रसाद कार्यक्रम में नीतीश कुमार से पहले पहुंच गए और मंच पर एक कुर्सी पर जाकर बैठ गए। थोड़ी देर बाद आयोजकों ने जैसे ही बताया कि वह गलत कुर्सी पर बैठ गए हैं, लालू तुरंत बगल की कुर्सी पर जाकर बैठ गए।
इसके बाद इस कार्यक्रम में नीतीश थोड़ी देर बाद आए और दोनों एक-दूसरे के अगल-बगल में बैठे।
इधर, भाजपा के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता विनोद नारायण झा ने सोमवार को चुटकी लेते हुए कहा कि ऐसे तो सार्वजनिक तौर पर लालू प्रसाद मुख्यमंत्री के ‘बड़े भाई’ हैं, परंतु कुर्सी उन्हीं को छोड़ना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस घटना से महागठबंधन में शामिल दोनों दलों में अंर्तद्वंद्व साफ झलकता है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी गांधी मैदान में आयोजित प्रकाशोत्सव के मौके पर एक कार्यक्रम में लालू प्रसाद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के पास मंच पर जगह नहीं दी गई थी। विपक्ष और राजद द्वारा काफी हंगामे के बाद लालू ने सफाई देते हुए कहा था कि उन्हें इसे लेकर कोई शिकायत नहीं है।