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संत रविदास का सम्पूर्ण कार्य मानवता पर न्यौछावर

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मल्हारगढ़/पिपलिया स्टेशन । संत शिरोमणि रविदासजी ने संपूर्ण मानवता के लिए कार्य किये, उनकी वाणी हमेशा ऊंच, नीच, छुआ-छूत का विरोध करती है। यह बात प्रदेश के पूर्व मंत्री एवं अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सुरेन्द्र चौधरी ने रविवार को मल्हारगढ़ संत शिरोमणि रविदासजी महाराज के जन्मोत्सव पर आयोजित धर्मसभा को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने आगे कहा केन्द्र व राज्य सरकार दलित समाज के साथ अन्याय कर रही है। हम सभी समाजजनों को आज एकजुट होकर समाज के उत्थान के लिए कार्य करना होंगे। पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन ने कहा हमारे देश में गौरवशाली संत परम्परा रही है। उसी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए रविदासजी ने वर्ण व्यवस्था का विरोध किया और पूरे जीवनभर इस असमानता के खिलाफ लड़ाई लड़ी। जब तक वर्ण व्यवस्था बनी रहेगी, तब-तक सामाजिक न्याय नही मिल सकता। आज देश के संविधान में सभी को बराबरी के अधिकार दिये है, लेकिन सरकारें उस पर पूर्ण रुप से अमल नही कर रही है। जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष महेन्द्रसिंह गुर्जर ने कहा समतामूलक समाज की परिकल्पना संत महापुरुषों ने की थी वह आज संविधान ने हमें दी है, लेकिन शासन-प्रशासन के नमुाईंदे उसमें अड़गें डाल रहे है, हमें संपूर्ण समानता समाजिक, राजनीति व आर्थिक में चाहिए। श्यामलाल जोकचन्द्र ने कहा संत रविदासजी ने सभी जाति-सम्प्रदाय को एक साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। उन्होंने अन्य संतों की तरह ईश्वर प्राप्ति की कल्पना करने की बजाए देश में असमानता, शोषण व पाखंड के खिलाफ भी बिगुल बजाया, आज उनका सपना साकार होता नजर आ रहा है। इस अवसर पर प्रभुलाल चंदेल, मोहनलाल गुप्ता, तुलसीराम पाटीदार, परशुराम सिसौदिया, अशोक खिंची, रामेश्वर गौवरी, तरुण खिंची, रामप्रसाद राठौर, रामचन्द्र करुण, लियाकत मेव, मदन चौहान, घनश्याम मेघवाल, मदन वर्मा,ेे बाबू मंसूरी, मनोहर सोनी, मदनलाल वर्मा, संदीप सलोद आदि ने भी विचार रखे। इस अवसर पर उमरावसिंह गुर्जर, हरगोविंद दिवान, राधेश्याम सूर्यवंशी, योगेश कछावा, सय्यद मंसूरी, रोड़मल रांगोठा, गोपाल जोकचन्द्र, जुझारलाल राठौर, लक्ष्मीचंद सिंधम, अनिल पोरवाल, अजीत कुमठ, अशोक सोनी, रामनारायण सूर्यवंशी सहित बड़ी संख्या में सभी समाज के लोग उपस्थित थे। संचालन हरिप्रसाद गेहलोत ने किया। आभार जन्मोत्सव समिति के अध्यक्ष विजेश मालेचा ने माना।
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