मोदी ने मिसाइल परीक्षण की सराहना की, कांग्रेस पर किया कटाक्ष
रूद्रपुर | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा इंटरसेप्टर मिसाइल के सफल परीक्षण की सराहना की और कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस कह रही है कि वह इस परीक्षण का सबूत मांगेगी। प्रधानमंत्री ने कहा, “आपने सुना होगा कि कुछ देश 5,000 किलोमीटर या 8,000 किलोमीटर की दूरी तक मार करने वाली मिसाइलों का विकास कर रहे हैं। पिछले महीने आपने सुना होगा कि पाकिस्तान एक मिसाइल का विकास कर रहा है, जो अंडमान द्वीप को तबाह कर सकता है।” ओडिशा तट पर इंटरसेप्टर मिसाइल के सफल परीक्षण के कुछ घंटों बाद मोदी ने यहां एक चुनाव रैली को संबोधित करते हुए कहा, “लेकिन मेरी भी सुन लीजिए, भारत में मिसाइलों का अकाल नहीं पड़ा है है और आज हमारे वैज्ञानिकों ने एक ऐसी उपलब्धि हासिल की है, जिससे पूरा देश गौरवान्वित है।”
मोदी ने कहा, “आज जिस मिसाइल का परीक्षण हुआ है, वह दुश्मनों की मिसाइलों को आसमान में 150 किलोमीटर की ऊंचाई पर ही मार गिराने में सक्षम है। केवल चार या पांच देश ही इस उपलब्धि को हासिल कर पाए हैं।” भारतीय सेना द्वारा नियंत्रण रेखा के पार जाकर 29 सितंबर को किए सर्जिकल स्ट्राइक का विपक्ष द्वारा सबूत मांगने की ओर इशारा करते हुए मोदी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस इस मिसाइल परीक्षण का भी सबूत मांग सकती है। भीड़ के ठहाकों के बीच मोदी ने कहा, “हमें नहीं पता कि हमारा विपक्षी कांग्रेस कौन सी नई मांग करेगा। वे इस बात का सबूत मांगेंगे कि मिसाइल आसमान में 150 किलोमीटर की ऊंचाई पर पहुंचा था। वह आने वाले मिसाइल को ध्वस्त करने के सबूत की मांग करेगा।”
उन्होंने कहा, “सर्जिकल स्ट्राइक देश के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। दुश्मन अभी भी पकड़ से बाहर है और पूरी दुनिया भारत की ताकत देखकर अभिभूत है। लेकिन कुछ नेता हैं, जिन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल किए और उसका सबूत मांगा।” मोदी ने कहा, “क्या यह हमारे वीर जवानों, देश की उपलब्धि तथा आत्म सम्मान का अपमान नहीं है।”