हैदराबाद टेस्ट : कोहली, विजय के शतक, भारत बड़े स्कोर की ओर
मुरली विजय (108), विराट कोहली (नाबाद 111) और चेतेश्वर पुजारा (83) की शानदार पारियों के दम पर भारत ने राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में खेले जा रहे इकलौते टेस्ट मैच में बांग्लादेश के खिलाफ पहले दिन गुरुवार का खेल खत्म होने तक तीन विकेट के नुकसान पर 356 रन बना लिए हैं। दिन का खेल खत्म होने तक कोहली के साथ उप कप्तान अजिंक्य रहाणे 45 रन पर नाबाद लौटे। कोहली अब तक 141 गेंदें खेल कर 12 चौके लगा चुके हैं।
दोनों के बीच चौथे विकेट के लिए 122 रनों की नाबाद साझेदारी हो चुकी है। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारत की शुरुआत खराब रही। मैच की चौथी गेंद पर ही तस्कीन अहमद ने लोकेश राहुल (2) की गिल्लियां बिखेर दीं। राहुल बाहर जाती गेंद पर ड्राइव मारने गए, लेकिन गेंद उनके बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर स्टम्प से जा टकराई। भारत ने भोजनकाल तक एक विकेट खोकर 86 रन बना लिए थे। भारत के भरोसेमंद पुजारा और विजय की जोड़ी ने टीम को संभाला और दूसरे विकेट के लिए 178 रनों की साझेदारी की।
दिन के दूसरे सत्र में दोनों ने तेजी से रन बटोरे। विजय ने शाकिब अल हसन की गेंद पर चौका मार कर अपना अर्धशतक पूरा किया। दो ओवर बाद पुजारा ने कमरुल इस्लाम रब्बी की गेंद पर एक रन लेकर अपने 50 रन पूरे किए। इस बीच 19वें ओवर में बांग्लादेश के पास विजय का विकेट चटकाने का सुनहरा अवसर था। पुजारा और विजय रन लेने के प्रयास में भ्रम में एक ही छोर पर पहुंच गए, लेकिन रब्बी का थ्रो मेहंदी हसन पकड़ नहीं सके और विजय को जीवनदान मिल गया। विजय इस समय 35 के निजी स्कोर पर थे।
दोनों खिलाड़ी बांग्लादेशी गेंदबाजों को आसानी से खेल रहे थे और शतक की ओर बढ़ रहे थे। इसी बीच पुजारा ने अपने हिस्से एक और रिकार्ड दर्ज किया। वह प्रथम श्रेणी क्रिकेट में भारत की तरफ से एक सत्र में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए। उन्होंने इस सत्र में कुल 1605 रन बनाए। इसी के साथ उन्होंने चंदू बोर्डे को पीछे छोड़ दिया जिन्होंने एक सत्र में कुल 1604 रन बनाए थे।
पुजारा ने मेहदी हसन मिराज द्वारा फेंके गए 51वें ओवर की चौथी गेंद को सीमा रेखा के पार पहुंचा कर इस रिकार्ड को अपने नाम किया, लेकिन अगली ही गेंद पर वह पवेलियन लौट गए। उन्होंने अपनी पारी में 177 गेंदें खेली और नौ चौके लगाए।
इस साझेदारी के साथ विजय-पुजारा की जोड़ी एक सत्र में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली भारत की दूसरी सबसे सफल जोड़ी बन गई है। दोनों ने मिलकर इस सत्र में नौ पारियों में 852 रन बनाए हैं। उनसे आगे चेतन चौहान और सुनील गावस्कर की जोड़ी है। विजय-पुजारा ने इस सत्र में पांच बार घर में शतकीय साझेदारी की है।
पुजारा के बाद आए कप्तान विराट कोहली ने विजय के साथ पारी को आगे बढ़ाया और दूसरे सत्र का खेल खत्म होने तक कोई और विकेट नहीं गिरने दिया। विजय ने दिन के तीसरे सत्र में अपना नौवां शतक पूरा किया। हालांकि शतक पूरा करने के बाद विजय ज्यादा देर विकेट पर टिक नहीं सके और ताइजुल इस्लाम की गेंद पर स्वीप शॉट खेलने की कोशिश में आउट हुए।
चोट के बाद वापसी कर रहे उप-कप्तान रहाणे ने विजय की कमी को महसूस नहीं होने दिया और कोहली के साथ सहजता से स्कोरबोर्ड को बढ़ाते रहे। इस बीच कोहली ने 87वें ओवर में हसन पर चौका मार टेस्ट क्रिकेट में अपना 16वां शतक पूरा किया।
अपने इस शतक के साथ कोहली भारत की तरफ से चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की सूची में गुंडप्पा विश्वनाथ के साथ दूसरे स्थान पर आ गए। उनसे आगे दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर हैं जिन्होंने इस नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 44 शतक जड़े हैं। कोहली और गुंडप्पा विश्वनाथ के नंबर चार पर बल्लेबाजी करते हुए 12 शतक हैं।
इसके अलावा कोहली एक कप्तान के तौर पर सबसे ज्यादा शतक लगाने के मामले में मोहम्मद अजहरूद्दीन के साथ संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर आ गए हैं। कप्तान रहते हुए यह उनका नौवां शतक था। उनसे आगे सुनिल गावस्कर हैं जिनके नाम कप्तान के तौर पर 11 शतक दर्ज हैं। दूसरे छोर पर खड़े रहाणे अपने अर्धशतक से पांच रन दूर हैं। उन्होंने अब तक 60 गेंदें खेली हैं और सात चौके लगाए हैं। बांग्लादेश की तरफ से तस्कीन, मेहदी हसन और ताइजुल ने एक-एक विकेट लिए हैं।