ट्रंप ने गोरसच को सर्वोच्च न्यायालय का न्यायाधीश नामित किया
वाशिंगटन | अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश पद के लिए नील गोरसच को नामित किया है। कोलोराडो के कोर्ट ऑफ अपील्स में न्यायाधीश नील गोरसच (49) इस पद के दावेदारों में अब तक के सबसे युवा चेहरा हैं। उम्मीद के मुताबिक, ट्रंप के इस चुनाव से अदालत का कंजरवेटिव ब्लॉक पुनर्जीवित होगा। हालांकि, न्यायाधीश एंथनी केनेडी के वोट से इसके रुझान में थोड़ी बाधा आ सकती है।
सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की नियुक्ति की राह में सीनेट रोड़े अटका सकती है। इस महीने की शुरुआत में डेमोक्रेट सीनेटरों ने कहा था कि पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नामित मेरिक गारलैंड के अलावा ट्रंप द्वारा चुने गए किसी भी अन्य न्यायाधीश का विरोध करेंगे। गारलैंड की नियुक्ति रिपब्लिकन सीनेटरों ने रोक दी थी।
ट्रंप ने मंगलवार रात कहा कि ‘गोरसच के पास बेहतरीन कानूनी क्षमता है। वह तेजतर्रार और अनुशासित हैं और उन्हें सभी का समर्थन हासिल है।’
सीएनबीसी के मुताबिक, ट्रंप ने बंदूक रखने के अधिकारों और गर्भपात जैसे मुद्दों पर प्रबल रुढ़िवादी रुख रखने वाले न्यायाधीश को मनोनीत करने का वादा किया था। अपने नामांकन को स्वीकार करते हुए गोरसच ने कहा, “न्यायाधीशों का काम लोगों के प्रतिनिधियों के काम को लागू करना है, न कि बाधित करना।”
गोरसच को चुने जाने के बाद कई डेमोक्रेट सीनेटरों ने सर्वोच्च न्यायालय में उनकी नियुक्ति का विरोध किया। इस चयन के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय के बाहर विरोध प्रदर्शन भी हुए हैं।