भारत अत्याधिक पारदर्शी और खुली अर्थव्यवस्थाओं की राह पर : जेटली
विशाखापत्तनम | केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को कहा कि ऐसे में जबकि दुनिया के विभिन्न देशों में संरक्षणवादी लहरें हैं, भारत में एक के बाद एक कई क्षेत्र विदेशी निवेश के लिए खुल रहे हैं और यह दुनिया में सबसे पारदर्शी व खुली अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन रहा है। इस तटीय शहर में भागीदारी शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा कि भारत में 90 प्रतिशत निवेश स्वचालित मोड के जरिए होता है, जो पारदर्शिता और व्यापार में आसानी को प्रतिबिंबित करता है।
दो दिवसीय कार्यक्रम में भाग लेने आए 40 देशों के प्रतिनिधियों से जेटली ने कहा कि भारत आधारभूत संरचनाओं और ग्रामीण इलाकों के विभिन्न क्षेत्रों में निवेश कर रहा है, जो इसकी आर्थिक विकास की प्रक्रिया को जारी रखे हुए है।
जेटली ने कहा कि विश्व चुनौतियां झेल रहा है, क्योंकि वह मंदी से उबरने के लिए संघर्ष कर रहा है।
उन्होंने कहा, “भविष्य अनिश्चित लग रहा है और इसकी आशंका है, खासकर विकसित देशों में कि वहां संरक्षणवादी प्रवृत्तियां बढ़ें।”
मंत्री ने कहा कि तेजी बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं के बीच भारत कई कारणों से सही विकास दर के साथ आगे बढ़ता रहा। इनमें लोगों के रवैये व दृष्टिकोण में परिवर्तन महत्वपूर्ण कारण हैं।