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मोरिंगा: एक चम्मच में छुपा है सेहत का खजाना

आहार आज हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिससे हम अपने जीवन को शारीरिक लेवल पर ही नहीं बल्कि मानसिक लेवल पर भी स्वस्थ और शक्तिशाली बना सकते हैं। आज हम बात करेंगे सुपर फ़ूड्स मोरिंगा के विषय मेँ, कृषि वैज्ञानिक प्रदीप द्विवेदी और अंकित कुमार गोयल के बीच बातचीत

आहार के समूह को हमारे पाठकों को आसान भाषा में समझायें?

आहार मुख्य रूप से पाँच समूहों में बाँटा जाता है – पहला, ऊर्जा देने वाले पदार्थ जैसे अनाज और चावल; दूसरा, शरीर बनाने वाले पदार्थ जैसे दालें, दूध और अंडा; तीसरा, शरीर की क्रियाशीलता बनाए रखने वाले तत्व जैसे फल और हरी सब्जियाँ; चौथा, वसा और तेल जैसे घी, मक्खन और वनस्पति तेल; और पाँचवां, शरीर की सुरक्षा करने वाले तत्व जैसे विटामिन्स और मिनरल्स। संतुलित आहार में इन सभी समूहों का सही मात्रा में शामिल होना आवश्यक है।

आपके अनुसार, मोरिंगा क्या है, इसके बारे में विस्तार से बतायें?

मोरिंगा एक बहुउपयोगी औषधीय पौधा है, जिसे आम भाषा में सहजन या ड्रमस्टिक कहा जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम Moringa oleifera है। इसकी पत्तियाँ, फलियाँ, फूल, बीज और यहाँ तक कि जड़ें भी औषधीय गुणों से भरपूर होती हैं। यह पौधा कम पानी में भी उग जाता है और खेती के लिए बहुत उपयुक्त है। भारत में इसका उपयोग पारंपरिक आयुर्वेदिक चिकित्सा में सदियों से होता आ रहा है। मोरिंगा को सुपर फूड्स के नाम से भी जाना जाता है, इसमें क्या ऐसी खासियत है, जिससे इसे सुपर फूड्स के नाम से जाना जाता है? मोरिंगा को सुपर फूड इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसमें 90 से अधिक पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन A, C, E, कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, अमीनो एसिड, एंटीऑक्सीडेंट्स और प्रोटीन होता है। इसकी पोषण क्षमता दूध, अंडा और कई सब्जियों से भी कहीं अधिक है। यह शरीर को ऊर्जा, रोग प्रतिरोधक क्षमता और मानसिक संतुलन देने में सक्षम है।

मोरिंगा के साइड इफेक्ट्स क्या हैं, जिनसे हमें बचना चाहिए?

मोरिंगा सामान्यतः सुरक्षित माना जाता है, लेकिन कुछ परिस्थितियों में इसके साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। अधिक मात्रा में सेवन करने से पेट दर्द, गैस, दस्त या उल्टी की शिकायत हो सकती है। गर्भवती महिलाओं को इसकी जड़ या जड़ की छाल नहीं लेनी चाहिए क्योंकि यह गर्भाशय को उत्तेजित कर सकती है। हमेशा सीमित मात्रा में और चिकित्सकीय सलाह से इसका सेवन करना उचित होता है।

मोरिंगा में कौन-कौन से पोषक तत्व होते हैं, जो हमारे जीवन के लिए आवश्यक हैं?

मोरिंगा में विटामिन A, B1 (थायमिन), B2 (राइबोफ्लेविन), B3 (नियासिन), B6, विटामिन C, विटामिन E और विटामिन K जैसे आवश्यक विटामिन होते हैं। साथ ही, इसमें कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस और जिंक जैसे खनिज भी शामिल हैं। इसके अलावा इसमें प्रोटीन, फाइबर, और 18 प्रकार के आवश्यक अमीनो एसिड्स भी पाए जाते हैं, जो शरीर को सम्पूर्ण पोषण देते हैं।
मोरिंगा के सेवन करने का सबसे बेहतरीन तरीका क्या है, और कितनी मात्रा में सेवन करना चाहिए?

मोरिंगा को पत्तियों के सूखे पाउडर के रूप में सबसे प्रभावी और सुरक्षित रूप में उपयोग किया जाता है। रोजाना 1 से 2 ग्राम (लगभग आधा चम्मच) मोरिंगा पाउडर गर्म पानी, दूध, सूप या चाय में मिलाकर लिया जा सकता है। इसे सलाद, पराठे, या स्मूदी में भी मिलाया जा सकता है। बच्चों के लिए कम मात्रा में और बड़ों के लिए 5 ग्राम तक सीमित मात्रा में सेवन उचित माना जाता है। ध्यान रहे कि नियमितता और संतुलन ही इसका पूरा लाभ देता है।

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