मैंने जल्लीकट्टू के खिलाफ कभी नहीं बोला : तृषा
चेन्नई | हाल ही में दक्षिण भारतीय फिल्म अभिनेत्री तृषा कृष्णन को तमिलनाडु के पारंपरिक खेल जल्लीकट्टू के समर्थकों की ओर से किए गए विरोध प्रदर्शन के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस पर उन्होंने यह स्पष्ट किया है कि उन्होंने कभी भी इसके खिलाफ नहीं बोला। तृषा काफी समय से ‘पीपुल फॉर एथिकल ट्रीटमेंट एनिमल्स’ (पेटा) के साथ जुड़ी हुई हैं, जो सांड़ों के खेल जल्लीकट्टू के खिलाफ अभियान चला रही है। संस्था की मांग है कि इस खेल का समर्थन करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को जल्लीकट्टू के गुस्साए समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए तृषा की आगामी फिल्म ‘गर्जनई’ की शूटिंग में बाधा डाली, जिसके कारण फिल्म की शूटिंग काफी समय तक रुकी रही। समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए तृषा से उनकी वैनिटी वैन से बाहर आकर माफी मांगने की मांग की। तृषा ने ट्विटर पर कहा, “मैंने किसी भी बिंदु पर जल्लीकट्टू के बारे में बात नहीं की। मेरा रुख स्पष्ट करने के लिए सिम्बू को धन्यवाद।”
तमिल अभिनेता सिम्बू पहले इस सप्ताह जल्लीकट्टू के समर्थन में बात की थी। सोशल मीडिया पर लोगों की भाषा से हैरान तृषा ने कहा, “मैं हैरान हूं कि लोगों ने इस तरह की भाषा का इस्तेमाल सिर्फ इसलिए किया, क्योंकि आप सोशल मीडिया पर कुछ कहने के लिए स्वतंत्र हो।” उन्होंने कहा, “आपको खुद को तमिल कहने या तमिल संस्कृति पर बात करने में शर्म आनी चाहिए।”
तृषा ने ‘गर्जनई’ की टीम को उन्हें सुरक्षा और समर्थन का आभार व्यक्त किया। पिछले साल, सर्वोच्च न्यायालय ने जल्लीकट्टू पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसके कारण इसके समर्थकों में नाराजगी देखी जा रही है।