मध्य प्रदेश के पचमढ़ी में मंत्रि-परिषद की बैठक, सीएम मोहन यादव भी रहेंगे मौजूद

पचमढ़ी। मंत्रि-परिषद की पचमढ़ी में मंगलवार को होने वाली बैठक महान क्रांतिवीर राजा भभूत सिंह के शौर्य और बलिदान को समर्पित होगी. यह जानकारी मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने दी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विरासत भी और विकास भी’ के संकल्प को पूरा करने के लिए उनकी सरकार प्रतिबद्ध है. उन्होंने राजा भभूत सिंह को ‘नर्मदांचल के शिवाजी’ बताया और उनके गौरवशाली इतिहास को सामने लाने की विशेष पहल पर जोर दिया. मंत्रिपरिषद की बैठक में पचमढ़ी क्षेत्र के विकास के लिए विशेष मंथन किया जाएगा. डॉ. यादव ने बताया कि विकास के मामले में पहले यहां कई तरह की पाबंदियां थीं, जिन्हें पिछली कैबिनेट में हटाने का कार्य किया गया है. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि पचमढ़ी एक बार फिर अपने प्राकृतिक सौंदर्य के साथ गौरव प्राप्त करेगी और पर्यटन तथा रोजगार की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगी.
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि युवा देशभक्त राजा भभूत सिंह ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तात्या टोपे के मुख्य सहयोगी के रूप में सतपुड़ा की गोद में 1857 की सशस्त्र क्रांति का सूत्रपात किया था. वे 1860 तक अंग्रेजों के छक्के छुड़ाते रहे, जिससे ब्रिटिश सेना को भारी नुकसान उठाना पड़ा. डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार पचमढ़ी में कैबिनेट कर महान स्वाधीनता सेनानी राजा भभूत सिंह के राष्ट्रहित में दिए गए बलिदान का पुण्य स्मरण कर उन्हें श्रद्धांजलि देने जा रही है.