गोवा चुनावों से पहले एमजीपी ने भाजपा के साथ तोड़ा गठबंधन
पणजी | महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से गोवा में अपना गठबंधन तोड़ दिया। एमजीपी अध्यक्ष दीपक धवालिकर ने कहा कि उनकी पार्टी 40 विधानसभा सीटों में से 22 पर चुनाव लड़ेगी और जल्द ही औपचारिक तौर पर आरएसएस के बागी नेता सुभाष वेलिंगकर के दल गोवा सुरक्षा मंच से गठबंधन करेगी। धवालिकर ने गुरुवार को मीडिया में गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा को लिखा एक पत्र जारी किया। इस पत्र में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन के तोड़ने की घोषणा की है। धवालिकर ने अपने पत्र में कहा, “चुनाव परिणामों के बाद भाजपा-एमजीपी सरकार ने प्रशासन का कार्यभार संभाला और हमने कई मुद्दों पर मतभेदों के बावजूद अपना सहयोग जारी रखा। मतभेदों के कारण हाल ही में एमजीपी विधायकों को कैबिनेट से निष्कासित कर दिया गया।” यह पत्र गोवा विधानसभा अध्यक्ष अनंत शेत को भी दिया गया है। उन्होंने कहा कि गोवा में 4 फरवरी को चुनाव की घोषणा कर दी गई है। ऐसे में एमजीपी ने भाजपा के साथ अपना गठबंधन नहीं जारी रखने का फैसला किया है।
एमजीपी के मंत्रियों दीपक और सुदीन धवालिकर को मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर ने बीते महीने बर्खास्त कर दिया था। एमजीपी के दोनों मंत्रियों के खिलाफ मुख्यमंत्री के नेतृत्व की आलोचना के बाद यह कदम उठाया गया था। मंत्रियों की बर्खास्तगी दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन के खत्म होने की शुरुआत का संकेत थी। धवालिकर ने कहा, “हम 22 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। हम पहले से ही गोवा सुरक्षा मंच के साथ सैद्धांतिक समझौते में है।”
भाजपा विरोधी गठबंधन में शामिल होने वाली शिवसेना तीसरी पार्टी हो सकती है। इस गठबंधन की बुनियाद वेलिंगकर ने रखी है। धवालिकर ने कहा कि उनके भाई और लोक निर्माण विभाग के पूर्व मंत्री सुदीन एमजीपी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे।