केजरीवाल को फंसाने के लिए सीबीआई ने बनाया दबाव : राजेंद्र कुमार
नई दिल्ली | दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पूर्व प्रमुख सचिव राजेंद्र कुमार ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने की इच्छा जताई है। राजेंद्र कुमार ने कहा कि सीबीआई अधिकारी उन पर मुख्यमंत्री केजरीवाल को फंसाने का दबाव बना रहे थे। कुमार ने संवाददाताओं से कहा, “मैंने सरकार को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) की अर्जी दी है। यह बहुत ही मुश्किल फैसला था और मैंने बहुत ही भारी मन से यह फैसला लिया है क्योंकि सरकार के जरिए मुझे लोगों के लिए काम करने का मौका मिला था।”
उन्होंने कहा, “समाज कल्याण के लिए काम करने के अन्य तरीके भी हैं और मैं उन्हें खोजूंगा। सरकार ने मुझे बहुत कुछ दिया है।” उन्होंने कहा, “एक गरीब परिवार से होने के बावजूद सरकार ने मुझे बहुत ही प्रतिष्ठित स्कूल में पढ़ने का अवसर दिया और फिर मुझे 27 वर्षो तक काम करने का अवसर दिया। इसके लिए मैं आभारी हूं।” राजेंद्र कुमार को चार जुलाई 2016 को भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया गया था। सीबीआई ने दिसम्बर 2016 में कुमार के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया था।
कुमार 1989 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी हैं। उन पर दिल्ली सरकार के 9.5 करोड़ रुपये के ठेकों को एक निजी कंपनी एंडेवर सिस्टम्स प्रा. लि. को देने के लिए पद का दुरुपयोग करने का आरोप है।
कुमार को 26 जुलाई को जमानत मिल गई थी। उन्होंने खुद पर लगे आरोपों को गलत बताया है। कुमार ने कहा, “मैं अपनी आखिरी सांस तक समाज की सेवा करता रहूंगा और इस कार्य में कोई भी बाधा मेरा ध्यान नहीं भटका सकती।” यह पूछने पर कि क्या सीबीआई उन पर मामले में केजरीवाल को फंसाने का दबाव बना रही थी, कुमार ने कहा,”मैंने जो भी कहा वही सच्चाई है और मैं इस पर अडिग हूं।” उन्होंने कहा, “मैंने सरकार को वीआरएस के लिए दी गई अर्जी में पहले ही लिख दिया है कि मुझ पर मामले में कुछ लोगों का नाम लेकर उन्हें बदनाम करने का दबाव बनाया जा रहा था और इन नामों में से एक मुख्यमंत्री केजरीवाल का भी है।”