राष्ट्रीय

बस्तर संभाग में इस साल मारे गए 134 नक्सली

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जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में पुलिस ने इस साल मुठभेड़ में अब तक 134 नक्सलियों को मार गिराया है। 877 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस विभाग द्वारा बस्तर संभाग के बारे में जारी वार्षिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। इसके अनुसार इस साल संभाग में 1195 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। आंकड़ों में बताया गया है कि बस्तर संभाग में एक वर्ष में पुलिस और नक्सलियों के बीच 186 मुठभेड़ हुईं, जिनमें कुल 134 नक्सलियों को मार गिराया गया। इसके अलावा 877 को गिरफ्तार किया गया है। इन दोनों ही आंकड़ों पर आत्मसमर्पण के आंकड़े भारी रहे। कुल 1195 नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष अपने हथियार डाले हैं।
बीजापुर में कुल 55 मुठभेडें  हुईं। सबसे कम 12 मुठभेड़ बस्तर जिले व कांकेर में हुईं। इसके अलावा दंतेवाड़ा में 21, नारायणपुर में 27, कोंडागांव में 13 और सुकमा में कुल 46 मुठभेड़ों में पुलिस व नक्सलियों का आमना-सामना हुआ। सुकमा जिले में इस साल अब तक कुल 41 नक्सलियों को मार गिराया गया है। दूसरे स्थान पर बीजापुर 36 के आंकड़ों के साथ रहा, जबकि कांकेर में तीन नक्सली मारे गए । बस्तर जिले में 11, दंतेवाड़ा में 18, नारायणपुर में 17, कोंडागांव में आठ नक्सलियों को मार गिराया गया। इसी तरह चालू वर्ष में सुकमा पुलिस व सुरक्षा बलों ने कुल 334 नक्सलियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की।
वहीं बीजापुर में 225, बस्तर जिले में 39, दंतेवाड़ा में 35, कांकेर में 92, नारायणपुर में 59, कोंडागांव में 33 नक्सलियों को सुरक्षा बल व जिला बल की संयुक्त पार्टी ने गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए नक्सलियों में कई लाखों के इनामी और बड़ी वारदातों में शामिल रहे कट्टर नक्सली हैं।
बस्तर संभाग में अमोनियम नाइट्रेट की सबसे बड़ी और एकमात्र खेप में 150 किलो विस्फोटक पुलिस ने बरामद कर रिकार्ड बनाया। इसके अलावा बस्तर जिले में कुल 1944 जिलेटीन राड, दंतेवाड़ा में 35 में तथा सुकमा जिले में दो राड बरामद की गई।
बस्तर जिले में सर्वाधिक आईईडी बरामद हुई। नक्सलियों के कैंप को ध्वस्त करने में बस्तर, कोंडागांव व सुकमा जिले पिछड़ गए। इस साल ये तीनों जिले अपना खाता ही नहीं खोल पाए। वहीं कांकेर में दो, बीजापुर, दंतेवाड़ा और नारायणपुर में एक-एक नक्सली कैंप ध्वस्त करने में पुलिस को कामयाबी मिली।

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