टेलीकॉम कंपनियां मार्च 2017 तक लगाएंगी डेढ़ लाख टॉवर्स
नई दिल्ली | टेलीकॉम सेवा देने वाली कंपनियों प्रदाताओं ने कॉल ड्रॉप की समस्या को दूर करने के लिए जून से अक्टूबर के बीच देशभर में 1 लाख 30 हजार अतिरिक्त बेस ट्रांससीवर स्टेशन्स (बीटीएस) स्थापित किए हैं और उनकी मार्च 2017 तक और डेढ़ लाख बीटीएस स्थापित करने की योजना है।
एक आधिकारिक बयान में बुधवार को यह कहा गया। बयान के मुताबिक, “ग्राहकों से सीधी प्रतिक्रिया प्राप्त करने और उस प्रतिक्रिया को कॉल ड्रॉप की समस्या दूर करने के लिए इस्तेमाल करने के मकसद से डीओटी (डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम्यूनिकेशन्स) ने 23 दिसंबर, 2016 को इंटीग्रेटिड वॉयस रिस्पॉन्स सिस्टम (आईवीआरएस) स्थापित किया है।”
बयान के मुताबिक, जल्द की पूरे देश में आईवीआरएस का विस्तार किया जाएगा।
संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने कहा, “ग्राहकों से सीधी प्रतिक्रिया हासिल करने के लिए यह मंच एक माध्यम है और ग्राहकों की इस आवाज का प्रयोग उन्हें बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए किया जा सकता है।” उन्होंने कहा कि शुरुआत में सरकार कॉल ड्रॉप्स रोकने के लिए इस मंच का प्रयोग करेगी और भविष्य में अन्य क्षेत्रों में ग्राहकों की प्रतिक्रिया हासिल करने के लिए इसका विस्तार करेगी।
बयान के मुताबिक, “ग्राहकों को शॉर्ट कोड 1955 से एक आईवीआरएस कॉल मिलेगी। उनसे कॉल ड्रॉप्स से संबंधित कुछ सवाल पूछे जाएंगे जैसे कि उनके क्षेत्र में कॉल ड्रॉप की समस्या है या नहीं? वे उसी शॉर्ट कोड 1955 पर जिस शहर, गांव या कस्बे में कॉल ड्रॉप की समस्या है, उसके नाम सहित एक टोल फ्री एसएमएस भेज सकते हैं।”
बयान के मुताबिक, ग्राहकों की प्रतिक्रिया टीएसपी को भेजी जाएंगी ताकि वे कॉल ड्रॉप की समस्या को लेकर उन क्षेत्रों में सुधारात्मक कदम उठा सकें।