अजमेर-सियालदह एक्सप्रेस पटरी से उतरी, 30 घायल
लखनऊ | कानपुर के पास बुधवार तड़के एक बार फिर रेल हादसा हो गया। कानपुर देहात के रूरा स्टेशन के पास सुबह 5.20 बजे अजमेर-सियालदह एक्सप्रेस की 15 बोगियां पटरी से उतर गई। इस हादसे में 30 लोगों के घायल होने की सूचना है, जिसमें आठ लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है। रेलवे की ओर से बचाव दल भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गया है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एंबुलेंस घटनास्थल पर पहुंच गई है। कानपुर देहात के पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी के अनुसार, अजमेर सियालदह एक्सप्रेस के 15 डिब्बे पटरी से उतर गए। डीजीपी के ट्वीट के बाद कानपुर और कानपुर देहात का पूरा प्रशासन सतर्क हो गया है।
उप्र के पुलिस महानिदेश जावीद अहमद ने भी ट्वीट कर इस घटना के बारे में जानकारी दी थी। हालांकि उन्होंने कहा था कि अभी दुर्घटना के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पुलिस बल और राहत एवं बचाव कर्मियों को घटनास्थल पर तत्काल पहुंचने का निर्देश दिया गया है।
रेलवे सूत्रों के अनुसार, हादसे में रेलगाड़ी का गार्ड भी गंभीर रूप से घायल हो गया है। घटना के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है। इस मामले में कानपुर, इटावा और इलाहाबाद से राहत ट्रेन मौके पर रवाना हो गई हैं। चार डिब्बे नहर में गिर गए हैं।
हादसे के बाद से दिल्ली-हावड़ा रेलवे मार्ग बाधित हो गया है। मौके पर राहत एवं बचाव टीम को रवाना कर दिया गया है। छह बजे के आसपास कानपुर सेंट्रल से डॉक्टरों को दुर्घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया है। इधर, रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्वीट कर कहा, “राहत व बचाव कार्य के लिए टीम रवाना हो चुकी है। हादसे की जांच की जाएगी। लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है।”
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, रेल मंत्रालय की ओर से बयान जारी किया गया है कि हादसा ज्यादा बड़ा नहीं है। रेल मंत्रालय के अधिकारी अनिल सक्सेना ने कहा कि अब तक किसी की मौत की पुष्टि नहीं हुई है। गौरतलब है कि इसी साल 20 नवंबर को कानपुर में एक बड़ा रेल हादसा हुआ था। हादसे में 142 लोगों की मौत हो गई थी।
नडीआरएफ का दल कानपुर रवाना
राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ) के एक दल को कानपुर में उस स्थान पर भेजा गया है, जहां अजमेर-सियालदह एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। एनडीआरएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “एनडीआरएफ के दल को वाराणसी से कानपुर के रूरा में दुर्घटनास्थल पर राहत एवं बचाव कार्य के लिए भेजा गया है।”
दुर्घटना के बाद 21 रेलगाड़ियों के मार्गो में बदलाव किया गया, जबकि तीन ट्रेनों को रद्द कर दिया गया।