फादर टॉम को आईएस से छुड़ाने में मदद करे भारत सरकार : रिश्तेदार
तिरुवनंतपुरम | आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) द्वारा बंधक बनाए गए कैथोलिक पादरी थॉमस उझुन्नालिल के एक करीबी रिश्तेदार ने पोप फ्रांसिस और भारत सरकार से उन्हें रिहा कराने का आग्रह किया है। आईएस ने यमन में उझुन्नालिल को नौ महीने पहले बंधक बना लिया था। काफी प्रयास के बाद भी उन्हें मुक्त नहीं कराया जा सका था।
फादर थॉमस के रिश्तेदार ने कहा, “अब पोप फ्रांसिस और भारत सरकार को उनकी रिहाई का प्रयास करना चाहिए।” रिश्तेदार ने कहा, “काफी प्रयास के बाद भी हमारे प्रिय कैद में दिन काट रहे हैं। हमारे गिरजाघर को इसे बेहद गंभीरता से और उच्चतम स्तर पर लेना होगा।”
उझुन्नालिल के रिश्तेदार ने कहा कि उनके अलावा परिवार के पांच अन्य लोग पादरी हैं। इंटरनेट पर उझुन्नालिल का वीडियो जारी होने के तुरंत बाद उनके परिवार की यह प्रतिक्रिया आई है। वीडियो में फादर ने प्रशासन से उन्हें रिहा कराने की अपील की है। उझुन्नालिल ने कहा, “मैं बेहद निराश हूं, क्योंकि मेरी रिहाई के लिए कुछ नहीं किय जा रहा। अगर मैं कोई यूरोपीय पादरी होता तो अब तक मैं रिहा हो चुका होता।” उन्होंने कहा, “चूंकि मैं एक भारतीय हूं इसलिए मेरा कोई मूल्य नहीं है। मैं अब भी यहीं हूं। मैं आप सभी से भीख मांगता हूं, कृपया मेरे लिए प्रार्थना करें। मेरा स्वास्थ्य बिगड़ रहा है।”
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने वीडियो को लेकर समाचार रिपोर्ट आने के बाद ट्वीट कर कहा, “मैंने फादर टॉम का वीडिया देखा है।”
सुषमा स्वराज ने कहा, “वह एक भारतीय नागरिक हैं और हमारे लिए हर भारतीय का जीवन बेहद कीमती है।” उन्होंने कहा, “हमने फादर एलेक्स प्रेम कुमार और जुडिथ डिसूजा को अफगानिस्तान से मुक्त करा लिया।” विदेश मंत्री ने कहा, “हमने फादर टॉम की रिहाई के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है और हम इसके लिए हर संभव प्रयास करेंगे।”
आईएस ने मार्च में यमन के अदन शहर में मदर टेरेसा के मिशनरीज ऑफ चैरिटी के एक वृद्धाश्रम पर हमला करके मिशनरीज की चार ननों समेज कई लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी और फादर टॉम को बंधक बना लिया था।